दवा की दुकानों पर उमड़ी भीड़ तो जिला प्रशासन के छूटने लगे पसीने, फिर क्या हुआ ?
संपूर्ण लॉकडाउन के मद्देनजर जिला प्रशासन की ओर खेला गया दांव उल्टा पड़ने लगा है
वाराणसी। संपूर्ण लॉकडाउन के मद्देनजर जिला प्रशासन की ओर खेला गया दांव उल्टा पड़ने लगा है। दवा की दुकानों को सुबह 11 बजे से 12बजे तक खोलने का निर्णय लिया गया था। लेकिन जैसे ही दुकानें खुली, लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। सोशल डिस्टेंसिंग की तो छोड़िए नौबत धक्का-मुक्की तक पहुंच गई। शहर के अलग-अलग हिस्सों से आ रही तस्वीरों के बाद जिला प्रशासन के पसीने छूटने लगे। आखिरकार जिला प्रशासन को अपने फैसले में बदलाव करना पड़ा।
दुकानों पर उड़ी सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां-
दवा लेने के लिए सुबह 10 बजे से ही दुकानों के बाहर लाइन लग गई थी। लंका, कबीरचौरा, मैदागिन सहित प्रमुख बाजारों में अफ़रातफ़री का माहौल देखने को मिल रहा था। दुकान खुलते ही दवा लेने के लिए लोग टूट पड़ी। सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ाई गई। पुलिसवाले जूझते नजर आए। दुकानों पर उमड़ी भीड़ के बाद जिला प्रशासन ने अपने फैसले में बदलाव किया। दवा की दुकानों के खुलने का समय दोपहर 3 बजे तक बढ़ा दिया गया। इस दौरान पुलिसवाले माइक लेकर जिला प्रशासन के निर्देश को लोगों तक पहुंचाते रहे।
डीएम ने दिलाया भरोसा-
डीएम कौशलराज शर्मा ने भरोसा दिलाया है कि जनता की सहूलियत का पूरा ख्याल रखा जाएगा। अगर फैसलों में बदलाव करने की जरूरत पड़ी तो उसे किया जाएगा। आपको बता दें कि वाराणसी में कोरोना संक्रमण के मामले अब 61 तक पहुंच गए हैं। पिछले तीन दिनों के दौरान कोरोना के 24 मामले सामने आ चुके है। जिला प्रशासन किसी भी कीमत पर कोरोना की चेन को तोड़ना चाहती है, लेकिन उसके सामने लोगों की रोजमर्रा की परेशानी आ रही है।
यह भी पढ़ें: वाराणसी में कोरोना से पहली मौत, मचा हड़कंप
यह भी पढ़ें: कोरोना टेंशन के बीच वाराणसी से आई GOOD NEWS !
[better-ads type=”banner” banner=”104009″ campaign=”none” count=”2″ columns=”1″ orderby=”rand” order=”ASC” align=”center” show-caption=”1″][/better-ads]