IIT-BHU की सहायक प्रोफेसर डॉ. उदिता उदय घोष को INAE यंग एसोसिएट चुना गया
युवा इंजीनियरों को प्रदान किया जाता है यह प्रतिष्ठित सम्मान
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (काशी हिंदू विश्वविद्यालय) के रासायनिक अभियांत्रिकी विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ. उदिता उदय घोष को वर्ष 2024 के लिए इंडियन नेशनल एकेडमी ऑफ इंजीनियरिंग (INAE) यंग एसोसिएट के रूप में चुना गया है. यह प्रतिष्ठित सम्मान उन युवा इंजीनियरों को प्रदान किया जाता है, जिन्होंने उत्कृष्ट उपलब्धियां हासिल की हैं. जिनमें इंजीनियरिंग के क्षेत्र में भविष्य में उत्कृष्टता और प्रभाव के लिए मजबूत क्षमता है.
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डॉ. घोष ने कहा कि चयन प्रक्रिया के हिस्से के रूप में, शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों को प्रस्तुति देने और INAE चयन समिति के साथ बातचीत में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया जाएगा. इसकी जिसकी तिथियां बाद में घोषित की जाएंगी. चुने गए INAE यंग एसोसिएट्स को INAE वार्षिक सम्मेलन में आमंत्रित किया जाएगा, जो प्रत्येक वर्ष दिसंबर में आयोजित होता है. इस सम्मेलन के दौरान उन्हें प्रमाण पत्र दिया जाएगा. उन्हें औपचारिक रूप से INAE यंग एसोसिएट के रूप में शामिल किया जाएगा.
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इंजीनियरिंग नवाचार को प्रोत्साहित करती है INAE
इंडियन नेशनल एकेडमी ऑफ इंजीनियरिंग (INAE) भारत की एक प्रमुख इंजीनियरिंग संस्था है जो विशिष्ट इंजीनियरों को पहचान देती है. इंजीनियरिंग नवाचार को प्रोत्साहित करती है और इंजीनियरिंग पेशेवरों के बीच ज्ञान के आदान-प्रदान को बढ़ावा देती है. बता दें कि प्छ।म् यंग एसोसिएट चुनने का उद्देश्य भारत में उन युवा और होनहार प्रतिभाओं की पहचान और प्रोत्साहन करना है, जिन्होंने इंजीनियरिंग अनुसंधान, डिज़ाइन, प्रौद्योगिकी विकास और स्थानांतरण को प्रभावित करने वाले उत्कृष्ट योगदान दिए हैं.प्छ।म् यंग एसोसिएट की मान्यता प्रत्येक वर्ष अधिकतम 15 युवा इंजीनियरों को उनके विभिन्न शाखाओं में किए गए उत्कृष्ट योगदानों को मान्यता देने के लिए दी जाती है.