क्या आप जानते हैं फल को खाने से होती है सेहत खराब, करना पड़ता है इन बीमारियों का सामना

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क्या अपने कभी सुना है कि फल खाने से भी सेहत खराब होती है। जी हा, चौंकिए मत हमेशा यही कहा जाता है कि एक अच्छी डाइट के लिए फल जरुरी है। लेकिन ठहरिए डाइट में फलों का होना एक बेहतर लाइफस्टाइल की निशानी है पर क्या आप जानते हैं कि अगर आपने ज्यादा फलों को खाया तो आप बीमार हो सकते हैं। एक शोध में सामने आया कि जो फलों में नेचुरल शुगर होता हैं, जिसे फ्रुक्टोज नाम से जाना जाता है, उसे सेहत की दृस्टि से फायदेमंद नहीं माना जाता है। हमेशा ही ऐसा होता है कि लोग सेहत को बेहतर को बनाने के लिए खूब फल खाते हैं, लेकिन कोई ये नहीं जानता कि अच्छी सेहत बनाने के चक्कर में इन फलों को आप जरूरत से ज्यादा खा लेते हैं उनसे आपको कितना नुकसान हो सकता है।

क्या ज्यादा फल खाना कर देता है शरीर की दुर्गति…

सर्दियों के मौसम में सेब को लोग बड़े ही चाव से खाते हैं और यह सबसे ज्यादा फाइबर वाला फल सेब होता है साथ ही इसके अंदर प्रोटीन, फैट, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, आयरन, शुगर, मैग्नीशियम, फास्फोरस, पोटेशियम, सोडियम, जिंक, विटामिन सी, विटामिन बी 6, विटामिन ए जैसे पोषक तत्व प्रचूर मात्रा में पाए जाते हैं।

यही वजह है कि लोग ठंड में भी इसको खाना पसंद करते हैं। लेकिन अगर आप बहुत ज्यादा सेब का सेवन करते है तो इससे शरीर को फैट और प्रोटीन के बजाय अधिक चीनी और कार्बोहाइड्रेट मिलता है। शरीर में ज्यादा कार्बोहाइड्रेट हो जाने की वजह से सेहत को नुकसान होता है।

ज्यादा फल खाने से होती है ये बीमारियां…

शुगर

अगर आप भी है तरबूज, आम, अनानास और लीची जैसे फल खाने के सोखिन है तो ठहरिये क्योंकि यह आपका शुगर लेवल बढ़ा देता है। इन फलों में फ्रुक्टोज, शुगर को लेवल को बढ़ाने का काम करता है, इसलिए डायबिटीज के रोगी को इनका सेवन नहीं करने का कहा जाता है। डायबिटीज पेशेंट लो ग्लिसमिक फ्रूट्स को ही खाएं, जैसे- सेब, अंगूर, संतरा और मौसमी फायदा करेगा।

मोटापा

कुछ लोग सोचते हैं कि फल खाने से मोटापा कम होता है, लेकिन ऐसा सोचना बहुत गलत है और इसके उलटे परिणाम भी हो सकते हैं। इसलिए डाइट में भर-भर कर फल खाने वाले लोग सावधान हो जाएं, क्योंकि ज्यादा मीठे फलों में फ्रुक्टोज अधिक होता है और इससे वेट लॉस नहीं बल्कि वेट बढ़ता है और जानकारी का अभाव में अक्सर लोग ओबेसिटी का शिकार होते हैं।

दिमाग पर होता हैं उल्टा असर

फलों को खाने से आपकी भूख तो शांत होती है, लेकिन इससे आपको दिमाग की गर्मी बढ़ जाती हैं और इसका बहुत उल्टा असर दिमाग पर होता हैं। ज्यादा फ्रुक्टोज के कारण न्यूरोइन्फ्लेमेशन ब्रेन माइटोकांड्रियल डिसइन्फेक्शन और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस जैसी परेशानी हो जाती है, इसलिए कोशिश करें कि फलों का सीमित मात्रा में ही सेवन करें।

लीवर हो जाएगा खराब

अधिक फल खाने से आपके लीवर पर उल्टा असर हो सकता हैं। अगर आप ज्यादा फल खाते हैं तो इससे आपके लीवर पर फैट जम जाता हैं। मेडिकल भाषा में इसे नॉन एल्कोहलिक फैटी लीवर के नाम से जाना जाता है।

यूरिक एसिड की बीमारी

फलों में फ्रुक्टोज होता है, जो यूरिक एसिड को बढ़ा देता है और इससे अर्थराइटिस और किडनी की गंभीर परेशानी हो जाती है।

कमजोर हो जाएगी इम्यूनिटी

एक स्टडी में सामने आया कि फलों में मौजूद फ्रुक्टोज की हाई डाइट इम्यूनिटी सिस्टम की पूरी प्रक्रिया में उथल-पुथल मचा देती है और इसकी वजह से इम्यून ज्यादा उत्तेजित या सक्रिय होता है और यह अपना काम सही से नहीं करता है और शरीर में इम्यून सिस्टम सूजन के रूप में बदल जाता है। इससे सेल्स और टिशूज डैमेज होना शुरू हो जाते है और शरीर के कई अंग ठीक से काम करना बंद कर देते हैं।

इन फलों में पाया जाता है ज्यादा फ्रुक्टोज…

हर फल में पाया जाने वाला फ्रुक्टोज एक नेचुरल शुगर है। कुछ फलों में यह कम होता है, तो कुछ में ज्यादा। गन्ना, चुकंदर मक्का, सेब, केला, अंगूर नाशपाती, खुबानी, तरबूज, चेरी, आम, स्ट्रौबरी इन सभी फलों में फ्रुक्टोज ज्यादा होता है। कुछ लोगों को लगता है कि फलों को ज्यादा खाने से आप अधिक न्यूट्रिशन ले रहे हैं और इस चक्कर में आप कई चीजों से दूरी बना लेते हैं और हम कमजोरी के शिकार हो जाते हैं।

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