कामकाजी महिलाओं के बारे में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान के बाद कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने RSS की तुलना अफगानिस्तान में सत्ता हासिल चुके तालिबान से की है। भागवत ने हाल ही में कहा था कि पुरुष कमाने वाले हैं और महिलाएं गृहिणियां हैं।
तालिबान और आरएसएस के विचार समान नहीं हैं?
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा, “तालिबान का कहना है कि महिलाएं मंत्री बनने के लायक नहीं हैं। मोहन भागवत ने कहा कि महिलाओं को घर पर रहना चाहिए और घर की देखभाल करनी चाहिए। क्या ये समान विचारधाराएं नहीं हैं?”
तालीबान- महिलाएँ मंत्री बनाए जाने लायक़ नहीं हैं।
मोहन भागवत- महिलाओं को घर पर ही रह कर गृहस्थी सम्भालना चाहिए।
क्या विचारों में समानता है? https://t.co/BAm6xnkS1M
— digvijaya singh (@digvijaya_28) September 10, 2021
दिग्विजय सिंह ने केंद्र सरकार से अफगानिस्तान में सत्ता हासिल कर चुके तालिबान सरकार पर अपना रुख स्पष्ट करने के लिए कहा है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, “मोदी-शाह सरकार को अब स्पष्ट करना होगा कि क्या भारत तालिबान सरकार को मान्यता देगा, जिसमें घोषित आतंकवादी संगठन के सदस्य मंत्री हैं?”
दिग्विजय ने किया जावेद अख्तर का समर्थन:
बॉलीवुड-गीतकार अख्तर ने कहा था कि, जैसे तालिबान एक इस्लामिक स्टेट चाहता है, वैसे ही भारत में आरएसएस हिंदू राष्ट्र चाहते हैं। गीतकार जावेद अख्तर के इस बयान का दिग्विजय सिंह ने समर्थन और बचाव किया है। उन्होंने कहा कि सभी को बोलने की स्वतंत्रता है। मुझे नहीं पता कि उन्होंने किस संदर्भ में ऐसा कहा था, लेकिन हमारे संविधान ने हमें खुद को व्यक्त करने का अधिकार दिया है।
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