जल्द सिविल पुलिस के साथ मिलकर काम करेगी GRP

0

जल्द ही जीआरपी सिविल पुलिस के साथ मिलकर काम करेगी। खर्चे, समय बचाने और मैनपावर के सही इस्तेमाल के लिए डीजीपी सुलखान सिंह इस पर प्रस्ताव तैयार करवा रहे हैं। डीजी रेलवे की अध्यक्षता में एक कमिटी बनाई गई है, जो यूपी जैसे बड़े राज्यों की जीआरपी पर स्टडी कर रिपोर्ट देगी। रिपोर्ट में सब कुछ ठीक रहा तो जीआरपी के प्रदेशभर के 65 थानों और छह अनुभागों को सिविल पुलिस में मर्ज कर दिया जाएगा।
also read : एक और छात्र का नाम आया सामने, पहले छात्र ने कबुला गुनाह
एसआई व इंस्पेक्टर प्रतिनियुक्ति पर आते हैं
इनकी कमान संबंधित जिलों के पुलिस कप्तानों के हाथ में होगी। जीआरपी में सिविल पुलिस से ही कांस्टेबल, हेड कांस्टेबल, एसआई व इंस्पेक्टर प्रतिनियुक्ति पर आते हैं। इसके बाद बड़े पैमाने पर उनके जीआरपी में तबादले होते हैं। टीए-डीए पर बड़ा खर्च आता है।
also read : 300 साल से एक परिवार कर रहा इस हमाम की हिफाजत
डीजी रेलवे की अध्यक्षता में बनी कमिटी में आईजी कानून एवं व्यवस्था और आईजी रेंज भी बतौर सदस्य शामिल हैं। ये लोग इस संबंध में जल्द मुंबई, बिहार, हैदराबाद, चेन्नई और मध्य प्रदेश की जीआरपी का दौरा करेंगे। डीजीपी सुलखान सिंह ने डीआईजी रेलवे लखनऊ के पद पर रहते हुए जीआरपी को सिविल पुलिस में मर्ज करने का प्रस्ताव तैयार किया था।
नौवें जोन के तौर पर ही जीआरपी की समीक्षा कर रहे हैं
उस समय वरिष्ठ अफसरों और सरकार ने इसे अमलीजामा पहनाने से इनकार कर दिया था। डीजीपी बनने के बाद वह जीआरपी को प्रदेश के नौवें जोन की तरह ही देख रहे हैं। वे लगातार नौवें जोन के तौर पर ही जीआरपी की समीक्षा कर रहे हैं।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. AcceptRead More