महाराजा सुहेलदेव ‘पासी’ के नाम से डाक टिकट जारी करने की मांग
प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी गाजीपुर दौरे पर हैं। जहां एक तरफ उनके अपने अनुप्रिया पटेल और ओमप्रकाश राजभर ने उनके कार्यक्रम का बहिष्कार कर दिया है तो दूसरी तरफ भाजपा की सदस्यता से इस्तीफा दे चुकी बहराइच सांसद सावित्री बाई फूले ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
भाजपा की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद बहराइच सांसद सावित्री बाई फूले अपनी मांगों को लेकरसरकार को घेरती नजर आ रही हैं। शानिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गाजीपुर दौरे पर हैं। यहां पीएम मोदी सुहेलदेव के नाम पर स्मृति डाक टिकट जारी करेंगे।
इसके विरोध में बहराइच सांसद ने राजधानी लखनऊ के हजरतगंज स्थित अंबेडकर प्रतिमा पर धरना प्रदर्शन किया। बहराइच सांसद ने सुहेलदेव राजभर के बजाय महाराजा सुहेलदेव पासी के नाम से टिकट जारी करे। साथ ही सावित्री बाई ने पीएम पर पासी समाज के लोगों के साथ अन्याय करने का आरोप लगाया।
श्रावस्ती के राजा महाराजा सोहेल देव पासी थे उन्होंने देश और समाज के लिए जो लड़ाई लड़ी है उसका इतिहास गवाह है। पासी समाज की तरफ से मांग करती हूं की अगर टिकट जारी कर रहे हैं तो महाराजा सोहेल देव पासी के नाम से टिकट जारी करे ताकि पासी समाज के लोग गौरव महसूस करे।
लखनऊ को भी लाखनपासी के नाम बसाया था
सावित्री बाई फूले का कहना है कि लखनऊ को लाखनपासी के नाम से बसाया गया था इसका भी नाम लक्ष्मणनगर करने की बात की जा रही है। पासी समाज और हमारे महापुरुषों के इतिहास को मिटाने की साजिश रची जा रही है। अपने महापुरुषों के इतिहास को बचाने के लिए प्रदर्शन किया जा रहा है। पिछड़ी जाति और जनजाति के लोग अपने अपने इतिहास बचाने का प्रयास कर रहे है।
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