भड़काऊ बयान देने के मामले में दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने बुधवार को एआईएमआईएम (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) और स्वामी यति नरसिंहानंद (Swami Yeti Narasimhananda) के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. इन पर सोशल मीडिया के जरिए समाज में नफरत फैलाने वाले संदेश प्रसारित करने, गलत और अपुष्ट खबरों को फैलाने, धार्मिक सद्भावना बिगाड़ने के आरोप सहित कई अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.बता दें भड़काऊ संदेश मामले में दिल्ली पुलिस ने एक्शन लेते हुए अब तक 11 लोगों पर मामला दर्ज किया है. सूत्रों के मुताबिक, भड़काऊ बयानों से माहौल बिगाड़ने वालों पर दिल्ली पुलिस की सख्ती जारी रहेगी.
दिल्ली पुलिस ने बताया असदुद्दीन ओवैसी और स्वामी नरसिंहानंद से पहले विशेष प्रकोष्ठ की ‘इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रेटजिक ऑपरेशन’ (IFSO) इकाई द्वारा दर्ज एफआईआर में नुपुर शर्मा, नवीन कुमार जिंदल, सबा नकवी, शादाब चौहान, अब्दुर रहमान, मौलाना मुफ्ती नदीम, गुलजार अंसारी, पूजा शकुन पांडेय, अनिल कुमार मीणा के खिलाफ विभिन्न समूहों को उकसाने और कथित रूप से नफरत के संदेश फैलाने का मुकदमा दर्ज किया गया. आईएफएसओ के पुलिस उपायुक्त के. पी. एस. मल्होत्रा ने कहा कि अलग-अलग धर्मों के लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.
गौरतलब है कि ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में मिले कथित शिवलिंग को लेकर नूपुर शर्मा ने एक टीवी डिबेट के दौरान पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित तौर पर विवादास्पाद टिप्पणी की थी. नूपुर शर्मा के इस कथित बयान के बाद कई लोगों ने सोशल मीडिया पर भड़काऊ बयान दिए, जिसे लेकर दिल्ली पुलिस ने एक्शन लिया है. नूपुर शर्मा को उनके कथित बयान की वजह से भाजपा ने पार्टी से सस्पेंड कर दिया और विवादास्पद ट्वीट को लेकर दिल्ली भाजपा के मीडिया प्रभारी नवीन कुमार जिंदल को पार्टी से निकाल दिया.