मध्य प्रदेश: चीतों की भूख मिटाएंगे हिरण, बीजेपी नेता ने जताई आपत्ति, रोक लगाने की मांग
मध्य प्रदेश के श्योपुर स्थित कूनो नेशनल पार्क में 17 सितंबर को नामीबिया से 8 चीते लाए गए. अफ्रीका से भूखे पेट आए चीतों की भूख मिटाने के लिए राजगढ़ जिले के नरसिंहगढ़ चिड़ीखो वन अभ्यारण से 181 चीतल भेजे जाने की खबर आई थी. जोकि चीतों के भूख मिटाने और उनका शिकार करने के लिए थे. इस मामले पर विवाद खड़ा हो गया है. बीजेपी नेता कुलदीप बिश्नोई ने इस पर आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा इससे बिश्नोई समाज की भावनाएं आहत होंगी. केंद्र सरकार से मांग की है कि इस तुरंत रोक लगाई जाए.
दरअसल, हाल ही में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए कुलदीप बिश्नोई ने इस मामले की जांच की मांग करते हुए बीते सोमवार को ट्वीट किया. उन्होंने लिखा
‘चीतों के भोजन हेतु चीतल व हिरण भेजने की सूचनाएं आ रही हैं, जो अति निंदनीय है. मेरा केन्द्र सरकार से अनुरोध है कि राजस्थान में विलुप्त होने की कगार पर पहुंचे हिरणों की प्रजाति और बिश्नोई समाज की भावनाओं को देखते हुए इस मामले की जांच करवाई जाए और अगर ऐसा है तो तुरंत इस पर रोक लगाई जाए.’
चीतों के भोजन हेतु चीतल व हिरण भेजने की सूचनाएं आ रही हैं,जो अति निंदनीय है।मेरा केन्द्र सरकार से अनुरोध है कि राजस्थानमें विलुप्त होने की कगार पर पहुंचे हिरणों की प्रजाति और बिश्नोई समाज की भावनाओं को देखते हुए इस मामले की जांच करवाई जाए और अगर ऐसा है तो तुरंत इस पर रोक लगाई जाए
— Kuldeep Bishnoi (@bishnoikuldeep) September 19, 2022
बता दें बिश्नोई समाज की काले हिरण में धार्मिक आस्था है. राजस्थान, हरियाणा और मध्य प्रदेश में बिश्नोई समाज के कई संगठनों ने चीतों के बाड़े में हिरणों को भेजे जाने का विरोध किया है. राजनीतिक दलों ने भी इसे मुद्दा बनाना शुरू कर दिया है.
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