COVID-19 का कहर : आपका फेस है कोरोना का एंट्री गेट
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से लेकर तमाम दूसरी देसी विदेशी हेल्थ एजेंसियां खासी गंभीर है
कोरोना का कहर बढ़ता ही जा रहा है। भारत में हर दिन नये मरीजों की संख्या सामने आ रही है। हर कोई एक दूसरे को कोरोना को लेकर नई जानकारी उपलब्ध करा रहा है। ऐसे में इस बीमारी को लेकर लोगों में भ्रांतियां भी तेजी से घर कर रही हैं। इस बात को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से लेकर तमाम दूसरी देसी विदेशी हेल्थ एजेंसियां खासी गंभीर है। उनकी ओर से लगातार गाइड लाइन जारी की जा रही है। एक्सपर्ट्स का कहना है खांसने-छींकने या बातचीत के दौरान मुंह से निकलने वाली सूक्ष्म बूंदे ही वायरस के फैलने के सबसे कॉमन मीडियम हैं। इसलिए चेहरा चेहरा बचा कर कोरोना वायरस से बचा जा सकता है।
लिफ्ट का बटन नहीं देगा कोरोना-
एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोरोना का वायरस की बड़ी संख्या होने पर ही यह किसी संक्रमित कर सकती है। इसलिए यह कहना है कि लिफ्ट का बटन छूने से व्यीक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित हो सकता है इसमें बहुत अधिक सच्चाई नहीं है। अमेरिका के वायरस रॉकी माउंटेन साइकोलॉजी एसोसिएशन में हुए अध्ययन के मुताबिक कुछ वायरस पार्टिकल के संपर्क में आने के चलते इंफेक्शन नहीं हो सकता। स्टाडी में अभी तक यह बात सामने आयी है कि वायरस पार्टिकल की अधिक मात्रा ही इंफेक्शन के लिए जिम्मेदार है। एक्सपर्ट्स के अनुसार जब हजारों वायरस के पार्टिकल एक जगह होंगे तभी इंफेक्शइन का खतरा है। किसी वायरस से संक्रमित चीज को छूने के बाद मुंह को छूने के बाद से इंफेक्शन का खतरा और भी बढ़ जाता है।
प्लास्टिक पर तीन तक जिंदा रहता है कोरोना-
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ, अमेरिका ने विभिन्न सतहों पर कोरोना वायरस के असर का अध्ययन किया है। वहां के वैज्ञानिकों के मुताबिक प्लास्टिक और स्टेनलेस स्टील पर कोरोना वायरस दो से तीन दिन तक जिंदा रहता है। वहीं हवा में इसकी उम्र लगभग तीन घंटे रहती है। तांबे पर यह वायरस चार घंटे तक जिंदा रहता और कार्डबोर्ड पर 24 घंटे तक इसका असर रहता है।
कोरोना से बचाव का तरीका-
– जो लोग बीमार हैं उनसे निकट संपर्क से बचें।
– अपनी आंखों, नाक और मुंह को छूने से बचें।
– बीमार होने पर घर पर ही रहें।
– अपनी खांसी को कवर करें, छींकते समय टीश्यू पेपर का इस्तेमाल करें।
– नियमित से सफाई करें, स्प्रे या पोछे का उपयोग करते रहें।
– हैंड सैनेटाइजर का इस्तेमाल करें।
कोरोना वायरस कुछ तथ्य-
सिर्फ छूना कोरोना वायरस के फैलने का कारण नहीं है। खांसने या छींकने के दौरान निकलने वाले सूक्ष्म थूक की बूंदे कोरोना की वाहक होती हैं। थूक की ये बूंदे छह फीट तक जा सकती हैं। कोरोना वायरस के लक्षण दिखने में दो सप्ताह तक का समय लग सकता है।