राम मंदिर का निर्माण कार्य अंतिम चरण में, जनवरी में होगी रामलला प्राण की प्रतिष्ठा
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में तीन मंजिला राम मंदिर के भूतल का काम अपने अंतिम चरण में है और इस साल अक्टूबर तक इसे पूरा करने के लिए सहायक संरचनाओं का काम जोरों पर जारी है. मंदिर के अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी. एक बयान के अनुसार, ‘‘राम मंदिर के भूतल के निर्माण कार्य की प्रगति की हाल में निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा सहित ट्रस्ट के वरिष्ठ सदस्यों द्वारा समीक्षा की गई थी।
इसमें कहा गया है कि ‘लार्सन एंड टुब्रो’ और ‘टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स’ की इंजीनियरिंग टीमों और श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के प्रतिनिधियों ने निर्माण कार्य की समीक्षा में हिस्सा लिया।
गर्भगृह के अलावा, मंदिर में पांच मंडप…
दरअसल वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा दैनिक आधार पर निर्माण कार्य की प्रगति की निगरानी की जाती है. और वास्तविक मुद्दों का समाधान किया जाता है. गर्भगृह के अलावा, मंदिर में पांच मंडप – गुड मंडप, रंग मंडप, नृत्य मंडप, प्रार्थना मंडप और कीर्तन मंडप हैं. बयान में कहा गया है, ‘‘पांच मंडपों के गुंबद का आकार 34 फुट चौड़ा और 32 फुट लंबा और आंगन से ऊंचाई 69 फुट से 111 फुट तक है. इसमें कहा गया है कि मंदिर की लंबाई 380 फुट, चौड़ाई 250 फुट और और यह प्रांगण से 161 फुट ऊंचा है. इसमें कहा गया है कि मंदिर की लंबाई 380 फुट, चौड़ाई 250 फुट और और यह प्रांगण से 161 फुट ऊंचा है।
पहला चरण 30 दिसंबर तक होगा पूरा…
पिछले दिनों मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने कहा था. कि हम अपनी तरफ से कोशिश कर रहे हैं. कि लोग 30 दिसंबर, 2023 तक भगवान राम की पूजा-अर्चना कर सकें. उन्होंने कहा था कि अगर हम अपनी तरफ से मंदिर में पूजा-अर्चना की तारीख तय कर देते हैं. तो हमारे ऊपर भी उस तारीख तक कार्य संपन्न कराने का दबाव होगा. हम उस अनुशासन में बंध जाएंगे। हमारे ट्र्स्ट की तरफ से फैसला लिया गया है कि प्रथम चरण में ग्राउंड फ्लोर के पांचों मंडप हैं. जिसमें गर्भ गृह भी शामिल हैं, उसका काम पूरा हो जाना चाहिए।
जनवरी में होगी प्राण प्रतिष्ठा…
राम मंदिर तीन मंजिला होगा. गर्भ गृह में राम लला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा अगले साल जनवरी में की जाएगी. इसके लिए फिलहाल तारीख का ऐलान नहीं किया गया है. लेकिन बताया गया है कि मकर संक्रांति के बाद यह आयोजन रखा जाएगा।
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