भारत में ऐतिहासिक नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 पारित कर दिया है। लोकसभा में विधेयक के पक्ष में 311 सदस्यों ने जबकि विरोध में 80 सदस्यों ने मत दिया।
इस विधेयक के निचली सदन में पास होने के बाद से पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में खलबली मच गई है।
पाकिस्तान हुआ परेशान-
पाकिस्तान ने इस विधेयक पर रोना शुरू कर दिया है।
इससे पहले जब जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाई गई थी तब भी पाकिस्तान ने विश्व स्तर पर रोना धोना मचाया था।
वैसे भी भारत में होने वाले किसी भी अच्छे बुर सरकारी फैसले का सबसे तेज असर पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान पर दिखाई देता है।
पाकिस्तान ने अब नागरिकता संशोधन विधेयक, जिसे संक्षेप में कैब कहा जा रहा है, को लेकर रोना शुरू कर दिया है।
पाकिस्तान ने विधेयक को बताया भेदभावपूर्ण-
इमरान खान की रहनुमायी वाली सरकार ने इस विधेयक को भेदभावपूर्ण बताया है।
पाकिस्तान का कहना है कि इस विधेयक ने दोनों देशों के बीच हुए समझौते का उल्लंघन किया है।
समाचार एजेंसियों के मुताबिक पाकिस्तान का कहना है कि नागरिकता संशोधन विधेयक में धर्म को आधार बनाया गया है।
यह कानून मानवाधिकार की अवहेलना करने के साथ ही अंतरराष्ट्रीय मानकों पर भी खरा नहीं उतरता है।
पाकिस्तान ने लगाया भारत पर आरोप-
सिर्फ इतना ही नहीं पाकिस्तान ने इस कानून का विरोध किया
साथ ही पाकिस्तान ने भारत पर धर्म निरपेक्षता का ढोंग करने का भी आरोप लगाया है।
विधेयक में पाकिस्तान, बांग्लादेशऔर अफगानिस्तान से गैर-मुस्लिम शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता देने का प्रयास किया गया है।
जो हिंदू, सिख, बौद्ध,जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के सदस्यों को प्रदान किया जाएगा।
यह भी पढ़ें: संसद में दूसरी बार पेश किया जाएगा नागरिकता संशोधन विधेयक
यह भी पढ़ें: और इस तरह आधी रात को पास हुआ नागरिकता संशोधन विधेयक 2019
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)