गांव बचाओ अभियान को लेकर सड़क पर उतरे सीर गोवर्धन के नागरिक

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वाराणसीः लंका थाना अंतर्गत डाफी बाईपास पर सीर गोवर्धनपुर के स्थानीय नागरिकों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए रविवार की सुबह चक्का जाम कर दिया. सैकड़ों की संख्या में सीर गांव के लोग यहां पहुंचे थे. ग्रामीण हाथ में पोस्टर लिए हुए थे जिस पर गांव बचाओ अभियान लिखा हुआ था. स्थानीय नागरिकों ने जानकारी दी कि ग्रामसभा नैपुरा कलां, रमना मे हरित कोयला परियोजनाक बायोमेडिकल कचरा प्लाज्मा ट्रीटमेंट प्लांट को बंद करने को लेकर हम सभी गांव के लोग इकट्ठा हुए हैं. कहा कि शहर का कूड़ा रमना में गिराया जा रहा है. इससे हम लोगों को यदि स्वच्छ हवा यदि नहीं मिलेगी, तो जीवन हमारा नहीं बचेगा. इस कारण आज हम लोग पोस्टर लेकर गांव बचाओ अभियान के तहत पहुंचे हैं.

शहर का गिराया जा रहा कचरा, विरोध में उतरे सीर गोवर्धनपुर के नागरिक

सर गोवर्धनपुर के स्थानीय नागरिक शहर का सारा कूड़ा रमना में गिराने के विरोध में सड़क पर उतरकर इसका जमकर विरोध कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि शहर का कूड़ा अगर रमना में गिराया जाएगा तो इसके आसपास के सभी गांव के लोग प्रभावित होंगे और रोग फैलने की आशंका प्रबल हो जाएगी. साथ ही कोयला बनाने की प्रक्रिया जो एनटीपीसी करवा रही है उससे जहरीला धुंआ निकलता है. इसको लेकर हम लोगों ने कई बार इसका शिकायत की और अधिकारियों से भी मिले लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई. कोई कुछ सुनने को तैयार नहीं है.

NTPC के प्लांट से लगातार जहरीला धुआं निकलता रहता है जिससे अगल-बगल कई गांव प्रभावित रहता है. बड़े, बुजुर्ग, बच्चों व महिलाओं को सांस लेने में तकलीफ का सामना करना पड़ता है. लगभग 6 महीना से कई बार ग्रामीण जनता ने विरोध दर्ज कराया. डीएम से लेकर एसडीएम के अलावा मुख्यमंत्री पोर्टल एप प्रधानमंत्री पोर्टल एप तमाम जगह शिकायत करने के बावजूद बार-बार आश्वासन देने के बाद इसे चालू कर दिया जाता है. इससे त्रस्त होकर आज जनता रोड पर उतर पड़ी है. वहीं सपा नेता अमन यादव ने यहां तक चेतावनी दे डाली कि यह बंद नहीं हुआ तो वह विधानसभा के सामने आत्मदाह करेंगे.

एसीपी भेलूपुर ने धरना कराया समाप्त

धरना समाप्त करने के लिए एसीपी भेलूपुर, लंका इंस्पेक्टर मौके पर पहुंचे. गांव के लोगों को समझा बुझा कर धरना को समाप्त कराया. इसके बाद कंपनी में जाकर अधिकारियों ने तत्काल प्रभाव से प्रदूषण दे रहे धुंआ को बंद कराया. कहा जब तक आगे की बातचीत एडीएम सिटी की मौजूदगी में ना हो जाए तब तक के लिए नहीं चलेगा.

6 माह से गांववासी बदबूदार धुएं से हैं परेशान

विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बताया कि प्लांट से जो भी धुंआ निकल रहा है उससे अगल-बगल के गांव में काफी गंदगी और बदबू फैल रहा है. यह धुंआ काफी जहरीला है. लोगों के स्वास्थ्य पर भी यह असर डाल रहा है जिससे गांव वासी काफी परेशान हैं. जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं किया गया तो हम लोग और बड़े आंदोलन को बाध्य होंगे.

अधिकारियों से कर चुके हैं शिकायत

स्थानीय नागरिकों ने बताया कि इस समस्या को लेकर हम लोग एनटीपीसी के अधिकारियों सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों से शिकायत किया परंतु अभी तक इस समस्या का कोई समाधान नहीं निकला. लोग आते हैं और सिर्फ आश्वासन देकर चले जाते हैं. एक सप्ताह तक इस पर काम हुआ परंतु अब तो ऐसा लग रहा है कि यह और भी विकराल रूप धर लिया है. वहीं लोगों का कहना है कि इस पर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए.

कचरे से कोयला और कोयले से बिजली बनाने का लगना है प्लांट

कोयला बनाने का काम दुनिया में अभी तक कहीं नहीं हुआ है. इसके लिए दादरी में एनटीपीसी ने सफलता पूर्वक प्रयोग कर लिया है और अब इसे धरातल पर उतारने की तैयारी हो रही है. प्लांट निर्माण के लिए नगर निगम ने रमना में 25 एकड़ जमीन चिह्नित कर ली है. 20 एकड़ में प्लांट का निर्माण होगा और पांच एकड़ में कोयला निर्माण के दौरान निकले अवशेष को निस्तारित करने के लिए वैज्ञानिक विधि से व्यवस्था की जाएगी.


600 टन कचरे से 200 टन कोयला एक अध्ययन के अनुसार 600 टन कचरे से 200 टन कोयला बनाया जाएगा. प्लांट का निर्माण अगले 25 वर्षों को ध्यान में रखते हुए किया जा रहा है. नगर निगम के आंकड़ों के अनुसार प्रतिदिन शहर से 600 टन कचरा निकलता है. शहर विस्तार के बाद करीब 800 टन कचरा निकासी का अनुमान है. इसलिए प्लांट की क्षमता प्रतिदिन 800 टन से अधिक कचरा प्रसंस्करण की होगी.

विरोध प्रदर्शन में मुख्य रूप से यह लोग रहें शामिल

मुख्य रूप से जिला पंचायत सदस्य राजेश यादव नत्थू, सपा नेता अमन यादव, कल्लू प्रधान, राहुल यादव, लकी,मुरली यादव ,राकेश रंजन, सुनील कुमार, संतोष तिवारी ,संतोष यादव समेत सैकड़ों लोग उपस्थित थे.

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