”समोसा विवाद” पर CID जांच का आदेश, जानें क्या है पूरा मामला ?

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हिमाचल प्रदेश की राजनीति में अजब- गजब के कारनामे देखने को मिल रहे हैं. कभी केक तो कभी समोसा. हिमाचल की राजनीति में एक बार फिर समोसा विवाद तूल पकड़ता जा रहा है और अब इस विवाद ने अलग ही रूख ले लिया है. क्योंकि अब इस मामले की जांच CID द्वारा करवाई जाएगी. जांच रिपोर्ट में इस पूरे मामले को सरकार विरोधी कृत्य करार दे दिया गया है. सीएम का समोसा खा गए सुरक्षाकर्मी ?

दरअसल, मामला कुछ यूं है कि बीते मंगलवार को हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के लिए समोसे और केक मंगवाएं गए थे. वहीं ये समोसे और केक सीएम तक जाने के बजाय उनके सुरक्षाकर्मियों को परोस दिए गए, जिसके बाद यह पूरा विवाद खड़ा हो गया. इस मामले इतना तूल पकड़ा कि अब इसकी सीआईडी द्वारा जांच कराई जाएगी. इस पूरे मामले को लेकर सीआईडी के हाई रैंक के एक अधिकारी ने कहा था कि, ”जब सीएम सुक्खू सीआईडी मुख्यालय के दौरे पर थे, तो जिम्मेदार लोगों ने अपने एजेंडे के अनुसार काम किया.”

CID मुख्यालय में था आयोजन…

आपको बता दें कि बीती 21 अक्टूबर को अपराध अन्वेषण विभाग यानी सीआईडी मुख्यालय में एक समारोह का आयोजन किया गया था. उसमें विशेष अतिथि के तौर पर हिमाचल प्रदेश सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू को आमंत्रित किया गया था. उस दौरान उनके लिए नाश्ते में लक्कड़ बाजार स्थित होटल रेडिसन ब्ल्यू से समोसे और केक के 3 डिब्बे मंगवाए गए थे. वहीं डिप्टी एसपी रैंक के अधिकारी के तरफ से दर्ज कराए गए बयान में कहा गया है कि खाने – पीने की चीजें अतिथियों के बजाय सुरक्षा स्टाफ को परोसी गई . साथ ही रिपोर्ट में बताया गया है कि आईजी रैंक के एक अधिकारी ने पुलिस के एक सब इंस्पेक्टर को होटल से केक और समोसे की चीजें लाने के लिए भेजा था. यह आदेश एसआई के आगे एक सहायक एसआई और एक हेड कांस्टेबल को जलपान लाने का निर्देश दिया था.

इसके बाद एएसआई और हेड कांस्टेबल होटल से तीन बक्से लाए और एसआई को सूचित कर दिया. इसको लेकर पुलिस अधिकारी ने कहा है कि, ”जब उन्होंने ड्यूटी पर मौजूद पर्यटन विभाग के कर्मचारियों से पूछा कि क्या तीनों बक्सों में रखा नाश्ता प्रमुख अतिथियों को परोसा गया, तो उन्होंने कहा कि यह मेन्यू में शामिल नहीं था. जिस महिला इंस्पेक्टर को खाद्य सामग्री सौंपी गई, उसने किसी वरिष्ठ अधिकारी से नहीं पूछा और जलपान को यांत्रिक परिवहन अनुभाग में भेज दिया, जो जलपान का काम देखता है.”

जांच रिपोर्ट में क्या आया सामने …

वहीं महिला निरीक्षक जिन्हें होटल से लाई गई खाद्य सामग्री सौंपी गई थी, उन्होंने खाद्य सामग्री को किसी वरिष्ठ अधिकारी को बताए बगैर ही मैकेनिकल ट्रांसपोर्ट (MT) विभाग को भेज दिया, जो खाद्य सामग्री की देखभाल करता है. इस दौरान कई लोगों को जलपान के तीन डिब्बों का आदान प्रदान किया गया. विशेष रूप से जांच के बाद सीआईडी विभाग के एक उच्च पदस्थ अधिकारी, डिप्टी एसपी रैंक ने एक नोट लिखा. इसमें कहा गया है कि, ”जांच रिपोर्ट में उल्लखित सभी व्यक्तियों ने सीआईडी और सरकार विरोधी तरीके से काम किया. इस वजह से ये खाद्य सामग्री अतिविशिष्ट लोगों को नहीं दी जा सकीं. साथ ही यह भी कहा गया कि उन्होंने अपने एजेंडे के अनुसार काम किया.”

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BJP ने कसा तंज…

इस पूरे विवाद पर भाजपा ने चुटकी लेते हुए तंज कसा है. भाजपा विधायक एवं मीडिया विभाग के प्रभारी रणधीर शर्मा सुक्खू सरकार पर तंज कसते हुए कहा है कि, ”हिमाचल की जनता परेशान है और सरकार को समोसे की चिंता सता रही है.”

समोसा विवाद पर सुक्खू ने कही ये बात

हाल ही एएनआई से बातचीत के दौरान सीएम सुक्खू ने समोसा विवाद पर बोलते हुए कहा है कि, ऐसी कोई बात नहीं है… वह (CID) दुर्व्यवहार के मुद्दे पर शामिल हुई, लेकिन आप (मीडिया) ‘समोसा’ के बारे में खबर चला रहे हैं…”

 

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