Chinese Manja: चाइनीज मांझा ने वीडियो जर्नलिस्ट को पहुंचाया अस्पताल
रोक पाने में फेल थाना प्रभारी समेत पुलिस कर्मियों पर हो कार्रवाई, की उठी मांग
Chinese Manja: चाइना मांझा से लगातार हो रहे हादसों के बाद भी न तो लोग जागरूक हो रहे हैं और न ही इसके रोक लगाने में पुलिस प्रशासन सख्त है. इसका खूनी नतीजा आए दिन देखने सुनने में आ रहा है. इसी क्रम में रविवार को एक टीवी चैनल पत्रकार इसी चायनीज मंझे में फंसकर जीवन व मौत के बीच अस्पताल में संघर्ष करने को मजबूर है.
इस तरह हुआ हादसा
बताया गया कि रविवार की दोपहर टाइम्स नाउ टीवी चैनल के पत्रकार अतिकेश श्रीवास्तव न्यूज कवरेज करने अस्सी घाट जा रहे थे. अतिकेश का आवास पांडेयपुर में है. बाइक से जाते समय रास्ते में पुलिस लाइन फ्लाई ओवर के पास उनके गले को चीरता हुए चाइनीज मांझा तेजी से निकल गया. अचानक हुए हादसे से उनकी बाइक फिसलकर दूर जा गिरी. मांझा से गला कटने के कारण लहूलुहान हुए अतिकेश गंभीर रूप से घायल हो गए.
हादसा देख आसपास के लोग जहां मौके पर पहुंचे वहीं राहगीर भी जख्मी युवक की हालत देख रूक गए. जानकारी पाकर पहुंचे पत्रकारों ने घायल अतिकेश को पांडेयपुर स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया. वहां चिकित्सकों की निगरानी में उनकी कटी गर्दन पर दर्जनभर टांके लगाए गए। डाक्टरों के अनुसार चाइनीज मांझे से इस कदर गला कटा था जिसके चलते काफी रक्तस्राव हुआ. इसके अलावा उनके एक हाथ की सबसे छोटी अंगुली निकलकर अलग हो गई तथा हाथ भी फ्रेक्चर हो गया.
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पत्रकारों में भारी रोष
बता दे कि यह कोई पहला मौका नहीं है कि बनारस में प्रतिबंधित चाइनीज मांझे से हादसा हुआ हो. कुछ दिनों पूर्व खेल के वरिष्ठ पत्रकार केबी रावत भी इसी चायनीज मंझे की गिरफ्त जख्मी हो गए थे. उन्हें कई दिनों तक अस्पताल में उपचार कराना पड़ा था. दूसरी ओर हर रोज हो रहे इस तरह के जानलेवा हादसों से पत्रकारों में काफी रोष व्याप्त है.
शहर के प्रतिष्ठित पत्रकार आशुतोष सिंह, बृजेन्द्र यादव, नवीन पांडेय, अनुज सिंह, निशांत चतुर्वेदी, विकास यादव आदि ने पुलिस प्रशासन के उच्च अधिकारियों से इस पर कड़ाई करते हुए अविलंब रोक लगाने को कहा है. साथ ही मांग उठाई है कि जिस क्षेत्र में चाइनीज मांझा की बिक्री हो रही हो या हादसा हो रहा हैतो वहां के थाना प्रभारी पर मुकदमा दर्ज किया जाए। साथ ही मौत की डोर न रोक पाने वाले क्षेत्रीय पुलिसकर्मियों को भी इसके लिए दंडित किया जाए, तभी चाइनीज मांझे की बिक्री पर रोक लग सकता है.