भारत देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर जो की 17 सितंबर को मनाया जाता है ये जन्मदिन पीएम मोदी के लिए खास होने वाला है क्यूंकि करीब सात दसक यानि 70 साल बाद चिंतो का एक दाल उतार ने वाला है जो की नामीबिया से भारत सरकार द्वारा कुल 8 चीतों को मंगवाया जा रहा है साथ ही आप को बता दे की लगभग साल 1952 को चीते भारत से विलुप्त हो गए थे जिसके कारण कबीर 70 साल बाद चीते भारत में वापस लौटने वाले है
बता दे दे की 17 तारीख को अफ्रीकन चीतों के स्थानांतरण के कार्यक्रम को आयोजित किया जाइएगा जिसमे पीएम मोदी भी शामिल रहेंगे और चिता परियोजना की सौगात देश को देंगे। इस बात की जानकारी मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने दी
जानकारी के मुताबिक, 16 सितंबर को विंडहोक से 5 मादा चिता और 3 नर चिता समेत 8 चीते शामिल हैं ये सभी चार्टेड विमान से भारत के लिए रवाना होंगे जहा ये 17 तारीख की सुबह में जयपुर में उतरेंगे और उन्हें हेलीपेड के जरिये कूनो नेशनल पार्क में उतारा जाइएगा
जहा इन नर और मादा चीता को अलग-अलग क्वारैंटाइन सेंटर में रखा जाएगा. इस दौरान उनके व्यवहार, सेहत समेत अन्य चीजों पर नजर रखी जाएगी. एक महीने बाद इन चीतों को एक वर्ग किलोमीटर के बने बाड़े में छोड़ दिया जाएगा. बताया जा रहा है कि पांच साल तक इनके रखरखाव पर 75 करोड़ रुपए खर्च होंगे. वन विभाग के अधिकारियों को नामीबिया की चीता प्रबंधन तकनीक का ट्रेनिंग भी दी गयी है. बता दें कि दक्षिण अफ्रीका से भी 12 चीते भारत आने वाले हैं.
दुनिया के सिर्फ 7 ही देशों में चीता पाया जाता है. मध्य ईरान में करीब 50 चीते रहते हैं जबकि 7 हजार के करीब चीते अफ्रीका के 6 देशों में पाए जाते हैं. दक्षिण अफ्रीका के अलावा मोजाम्बिक, जिम्बाब्वे और नामीबिया में भी चीते पाए जाते हैं.