बसपा प्रमुख ने एक तीर से साधे कई निशाने
दी नसीहत, राजनीतिक दलों पर टिप्पणियां सही नहीं
नई दिल्ली: देश में आगामी होने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा और पीएम मोदी को हराने के लिए विपक्ष के 28 दलों के बने इंडिया गठबंधन में शामिल नहीं होने वाली बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने ”INDIA ALLIANCE ” पर निशाना साधा है. बता दें कि गठबंधन से दूरी बनाने गए दलों के बारे में लगातार हो रही टीका- टिप्पणी को लेकर उन्होंने निशाना साधा और नसीहत दी. कहा कि कब, किसको कहां जरूरत पड़ जाए, यह कहा नहीं जा सकता है.
गठबंधन में न शामिल पार्टियों पर टीका – टिप्पणियां सही नहीं- मायावती
मायावती ने बिना किसी दल का नाम लिए कहा कि, विपक्ष के गठबंधन में बसपा समेत जो भी विपक्षी दल शामिल नहीं है उनके बारे में फिजूल में कोई टीका – टिप्पणी नहीं करनी चाहिए. उन्हें मेरी सलाह है कि वह इससे बचें क्योंकि देश में कब किसको किसकी जरूरत पड़ जाए कहा नहीं जा सकता है. बसपा प्रमुख ने कहा कि ऐसा न हो कि किसी भी ऐसे लोगों और पार्टी को बाद में ऐसे बयानों के चलते शर्मिंदगी उठानी पड़ें. आपको बता दें कि इस समय प्रदेश में समाजवादी पार्टी इसका जीता – जागता उदाहरण है.
INDIA गठबंधन में शामिल नहीं है बसपा-
आपको बता दें कि बसप प्रमुख इंडिया गठबंधन में शामिल नहीं है और अपने दम पर लोकसभा चुनाव लड़ने का बिगुल फूंक चुकी है. इससे पहले भी मायावती ने लोकसभा चुनाव अपने दम पर लड़ने का फैसला किया था जबकि 2019 में सपा से गठबंधन करके प्रदेश में चुनाव लड़ा और पार्टी को भारी नुकसान उठाना पड़ा था.
गठबंधन में बसपा के शामिल होने पर अखिलेश के तेवर
इंडिया गठबंधन की बैठक में शामिल अखिलेश यादव ने मायावती को लेकर दो शर्तें रखीं जिसमें उन्होंने कहा कि क्या गठबंधन में शामिल करने के लिए कोई पार्टी नेता बसपा प्रमुख से बातचीत कर रहा है. यदि कोई भी बसपा को इस गठबंधन में शामिल करने की गुंजाईश है तो बताएं तब कांग्रेस इसको लेकर अपना स्टैंड साफ़ करेगी.
कांग्रेस ने साफ़ किया अपना रुख-
भाजपा को हराने के लिए बने इंडिया गठबंधन के बाद से लगातार अखिलेश को इस बात का डर सता रहा है कि गठबंधन में रहते हुए कांग्रेस दो नावों पर सवारी क्यों करना चाहती है. जबकि मायावती ने गठबंधन और कांग्रेस पार्टी से दूरी बना ली है. हालांकि अखिलेश का रुख देखकर कांग्रेस ने साफ़ कर दिया है कि गठबंधन में मायावती को लाने का कोई उद्देश्य नहीं है जबकि यूपी में गठबंधन अखिलेश के साथ जाएगा.
Banaras Bar Association के वार्षिक चुनाव में गहमागहमी के बीच मतदान
राम मंदिर उद्घाटन में जाने से इंकार नहीं- मायावती
मायावती ने कहा कि उनकी पार्टी पूर्णयता धर्म निरपेक्ष दल है और उन्हें अयोध्या में बन रहे राममंदिर के उद्घाटन में जाने से कोई परहेज नहीं है. जबकि अयोध्या में बनने वाली मस्जिद के उद्घाटन में भी जाने को लेकर कोई आपत्ति नहीं होगी. जबकि बिना किसी का नाम लिए उन्होंने कहा,- देश और प्रदेश में पिछले कुछ सालों से जो घिनौनी राजनीति की जा रही है वह काफी दुःखद और चिंतनीय है. मायावती ने कहा ऐसी चीजों से देश कमजोर होगा और नफरत पैदा होगी जो बिलकुल सही नहीं है.