अवैध तरीके से ब्रिटेन आने वाले प्रवासियों को रोकने के लिए ब्रिटेन की सरकार ने बडा कदम उठाया है. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने इस कदम को अब तक का सबसे सख्त फैसला बताया है. देश में प्रवासियों की संख्या में भारी इजाफे की वजह से ब्रिटेन के प्रधानमंत्री अपनी ही पार्टी में घिरे हुए हैं. अपनी कंजर्वेटिव पार्टी को एकजुट रखने और दक्षिणपंथी गुटों को आव्रजन मुद्दों पर विद्रोह करने से रोकने के लिए उन्होंने कडा कदम उठाया है.
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ऋषि सुनक ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा है कि हमने अभी नेट माइग्रेशन में अब तक की सबसे बड़ी कटौती की घोषणा की है. इतिहास में पहले किसी भी प्रधानमंत्री ने ऐसा नहीं किया है. नए नियमों में विदेशी कामगारों के लिए कौशल आधारित वीजा प्राप्त करने के लिए उच्च वेतन सीमा निर्धारित की गई है. इसके अलावा परिवार के सदस्यों को अपने आश्रित के रूप में लाने पर रोक भी शामिल है. उच्च आप्रवासन का हवाला देते हुए, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा कि ये नियम प्रवासन को कम करने में मदद करेंगे और इससे केवल देश को लाभ होगा.
This week we’ve taken the tough decisions to secure our borders.
Immigration is too high.
Illegal migration must end.
Here is what we are doing about it👇🧵
1/5 pic.twitter.com/zpnjR2lNVo
— Rishi Sunak (@RishiSunak) December 8, 2023
नए इमिग्रेशन नियमों की घोषणा
आधिकारिक आंकड़ों से पता चलता है कि ब्रिटेन में शुद्ध प्रवासन पिछले साल रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया. जिससे ब्रिटेन की सरकार पर इसको लेकर जरूरी कदम उठाने का दबाव बढ़ गया है. बता दें कि 6 करोड़ 60 लाख के आबादी वाले इस देश में 7-9 लाख प्रवासी हैं. इसी को कम करने के लिये ब्रिटिश सरकार इमिग्रेशन बिल संसद में पारित करने के लिये लाई है. गृह सचिव जेम्स क्लेवरली ने कहा कि वह ऑथराइज्ड इमिग्रेशन को कम करने के लिए सख्त कार्रवाई कर रहे हैं, जिससे 2022 में लगभग 7,50,00 लोगों को रिकॉर्ड स्तर पर प्रभावित किया है. ब्रिटिश सरकार का दावा है कि इस फैसले से करीब 3 लाख लोगों पर असर पड़ सकता है. अगले साल चुनाव को देखते हुए कंजर्वेटिव पार्टी देश में नेट इमिग्रेशन के बढ़े हिस्से को कम करना चाहती है.
जानें क्या है नए इमिग्रेशन बिल में-
– ब्रिटेन में पहले स्किल्ड वर्कर वीजा के लिये आपका पैकेज 26 लाख रुपये (26,200 ब्रिटिश पाउंड) तक होना चाहिए था तभी आपको वर्क वीजा मिलता था वहीं इसको बढ़ाकर 38 लाख रुपये (38,700 ब्रिटिश पाउंड) तक करने का फैसला लिया गया है.
– पारिवारिक वीजा श्रेणी के तहत आवेदन करने वालों पर भी समान वेतन राशि लागू होगी, जो वर्तमान में करीब 19 लाख रुपये है.
– नए नियमों के तहत ब्रिटेन जाने वाले प्रवासी अपने साथ परिवार के किसी भी सदस्य को साथ नहीं ले जा सकेंगे. वर्तमान में ब्रिटेन में हेल्थ केयर में काम कर रहे लोगों को अपने साथ परिवार के सदस्य को भी ले जाने की छूट थी ,जिसको हटा दिया जाएगा.
– इसके अलावा प्रवासियों को व्यवसाय व वेतन में दी जाने वाली 20 प्रतिशत छूट भी नहीं मिलेगी.
ब्रिटेन: नए इमिग्रेशन नियमों की घोषणा: प्रवासियों की संख्या में दिखेगी गिरावट
पिछले एक साल में सात लाख से ज्यादा लोगों ने ब्रिटेन की ओर रुख किया है. ब्रिटिश सरकार का लक्ष्य है कि नए नियमों के तहत इस प्रवासन को तीन लाख तक कम किया जाए. आमतौर पर प्रवासी वर्कर कम वेतन पर भी काम करने के लिए तैयार हो जाते हैं परन्तु स्किल्ड वर्कर वीजा की लीमिट बढ़ने से उनको वर्क वीजा मिलना काफी मुश्किल हो जायेगा.
ब्रिटिश अधिकारियों के अनुसार, स्वास्थ्य वीजा के लिए भारतीय आवेदकों की संख्या में 76 फीसदी की बढ़त हुई है. वहीं छात्र वीजा के आवेदकों में 43 फीसदी भारतीय हैं. आंकड़ो के मुताबिक भारत का 7 प्रतिशत रेमिटेन्स यूके में रहने वाले भारतियों की वजह से आता है.