2014 के लोकसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत के बाद बीजेपी एक के बाद एक कई राज्यों पर अपना कब्जा जमा लिया है। दिल्ली और बिहार को छोड़कर बीजेपी ने कई राज्यों में जनता का भरोसा जीतकर बहुमत वाली सरकार बनाई है। अब बीजेपी की नजर राष्ट्रपति के चुनाव पर है। पीएम मोदी और अमित शाह की जोड़ी राष्ट्रपति चुनाव में भी अपना करिश्मा दिखाने को तैयार है।
पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों की तरह बीजेपी आलाकमान के हौसले राष्ट्रपति चुनाव के लिए भी सातवें आसमान पर हैं। बीजेपी नेतृत्व को उम्मीद है कि आसानी से उसका उम्मीदवार राष्ट्रपति का चुनाव जीत जाएगा। यही वजह है कि पार्टी नेतृत्व विपक्ष की ज्यादा मानमनौवल करने के मूड में नहीं है।
सूत्रों के मुताबिक पार्टी आलाकमान ने साफ कर दिया है कि यदि विपक्ष हमारी स्थिति का सम्मान करता है तो ठीक वरना चुनाव का सामना करेंगे। वैसे मर्यादा का पालन करते हुए सरकार की ओर से सर्वसम्मति का प्रयास होगा। लेकिन उम्मीदवार के मामले में बीजेपी अपनी बात को रखेगी।
दरअसल भगवा परिवार इस दफे हर हाल में अपने किसी व्यक्ति को संविधान के इस सर्वोच्च पद पर बैठाने के मूड में है। मोदी युग में बीजेपी से लेकर संघ परिवार को उम्मीद है कि उसे सफलता जरूर मिलेगी। यूपी चुनाव से पहले भगवा परिवार में इस बात को लेकर संशय था कि उसका अपना व्यक्ति संविधान के सर्वोच्च पद पर आसानी से बैठ पाएगा। लेकिन यूपी के ऐतिहासिक परिणाम के बाद संघ से लेकर बीजेपी नेतृत्व तक के हौसले बढे हुए है।
इन्हें उम्मीद है कि राष्ट्रपति के पद पर उनका अपना व्यक्ति आसानी से पहुंच जाएगा। बीजेपी और उसके सहयोगियों के पास राष्ट्रपति चुनाव के कुल मतों का 49 प्रतिशत उसके पास है। अपना उम्मीदवार जीताने के लिए उसे केवल 2 प्रतिशत मतों का ही इधर—उधर से जुगाड़ करना पड़ेगा।
देश के इस सर्वोच्च पद पर संघ का कोई स्वयंसेवक अब तक नहीं पहुंचा है। यही वजह है कि राष्ट्रपति के पद पर संघ हर हाल में अपने किसी राजनैतिक व्यक्ति को आसीन होते देखना चाहता है। अटल बिहारी वाजपेई की सरकार के दौरान सर्वसम्मति बनाने के लिए राजग ने अब्दुल कलाम के नाम को आगे किया था। लेकिन देश—दुनिया में चल रही हिन्दुत्व की लहर के बीच संघ इस दफे अपनी इच्छा का हनन नहीं होने देगा।
बता दें कि जुलाई में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के मद्देनजर सरकार की ओर से सामने किए जाने वाले उम्मीदवार के नामों को लेकर कयासों के दौर जारी हैं, लेकिन बीजेपी ने शीर्ष स्तर पर उम्मीदवार के मामले में कोई चर्चा अब तक नहीं की है। कहा जा रहा है कि संघ नेतृत्व जल्द ही अपने नामों की सूची को पीएम मोदी के समक्ष रखेगा।