15 जून को गुजरात के कच्छ से टकराएगा बिपरजॉय, मीलों दूर से दिखा तबाही का मंज़र
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय विकारल रूप धरकर गुजरात तट तक पहुंच चुका है। सोमवार को चक्रवात बिपरजॉय ने द्वारका घाट पर बड़ी तबाही के संकेत दिए। बिपरजॉय की वजह से द्वारका के गोमती तट पर हाई टाइड देखी गई। जिसके बाद IMD ने गुजरात में बड़े चक्रवाती तूफान बिपरजॉय को लेकर हाई अलर्ट जारी किया है। IMD के अनुसार, तूफानी बिपारजॉय 15 जून की शाम तक जखाऊ बंदरगाह के पास सौराष्ट्र और कच्छ से टकराएगा। जिससे गुजरात और उससे सटे राज्यों में भी भारी तूफान आने की आशंका है।
12 जून को करीब पहुंचा बिपरजॉय
धीरे-धीरे समुद्री चक्रवात बिपरजॉय अपने विनाशक रूप में परिवर्तित होता जा रहा है। गुजरात राज्य के तटीय क्षेत्रों में बिपरजॉय से विनाशकारी असर दिखने लगा है। 12 जून, सोमवार की शाम को चक्रवात बिपरजॉय राज्य के और करीब आने से 57 तहसीलों में भारी बारिश की पुष्टि की गई है। साथ ही राज्य के कच्छ और सौराष्ट्र के सभी बंदरगाहों पर 9 से 10 नंबर के सिग्नल लगा दिए गए हैं। कल दोपहर के बाद गुजरात के जामनगर में बिपरजॉय से तूफान देखने को मिला। जिसके बाद कांडला बंदरगाह को बंद कर दिया गया। इसके चलते सैकड़ों ट्रक गांधीधाम में खड़े हो गए।
पीएम ने सीएम भूपेंद्र को मिलाया फोन
वहीं, गुजरात में चक्रवात का असर बढ़ने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देर रात राज्य के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल से बात की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्र से हरसंभव मदद कर भरोसा दिया। सीएम भूपेन्द्र पटेल ने पीएम नरेंद्र मोदी को बिपरजॉय से संभावित नुकसान को कम करने और निपटने के उपायों के बारे में पीएम मोदी का जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने खुद ट्वीट करके टेलीफोन पर बातचीत होने की जानकारी दी।
13 जून को 8 जिलों में हाई अलर्ट
IMD ने समुद्री चक्रवात बिपरजॉय के भयंकर होने के संकेत मिलते ही हाई अलर्ट दे दिया है। IMD ने 13 जून को सौराष्ट्र और कच्छ के आठ जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। इनमें कच्छ, देवभूमि द्वारका, जामनगर, पोरबंदर, जूनागढ़, राजकोट, जूनागढ़, अमरेली और गिर सोमनाथ जिले शामिल हैं। मौसम विभाग के अनुसार इन जिलों में भारी बारिश होगी, बाकी शेष गुजरात को ग्रीन जोन में रखा है। वहीं, तूफान के चलते सबसे ज्यादा बारिश वेरावल में हुई। यहां पर 5 इंच बारिश रिकॉर्ड की गई। तो गुजरात के तटीय क्षेत्रों द्वारका में समुद्र में ऊंची लहरें उठनी शुरू हो गई। मौसम विभाग के अनुसार 13 जून को जब चक्रवात गुजरात के तट की ओर और बढ़ेगा तो समुद्री लहरों की ऊंचाई और बढ़ सकती है। इसके साथ राज्य में आठ जिलों हल्की से भारी बारिश होगी।
मीलों दूर से गुजरात को कर रहा प्रभावित
चक्रवात बिपरजॉय के घातक होने का अंदाजा, इसी से लगाया जा सकता है कि मीलों दूर होने पर भी बिपरजॉय गुजरात को प्रभावित कर रहा है। सैकड़ों किलोमीटर की दूरी से ही गुजरात के तटीय क्षेत्रों से बिपरजॉय टकरा रहा है। इस समुद्री चक्रवात के कच्छ के नलिया और पाकिस्तान के कराची के बीच टकराने का अनुमान है। ऐसे में गुजरात के कच्छ के सर्वाधिक प्रभावित होने की संभावना की जा रही है।
15 जून को कक्ष से टकराएगा बिपरजॉय
कच्छ में स्थित कांडला बंदरगाह को पूरी तरह से खाली करा लिया गया है। बंदरगाह पर कई हजार ट्रकों के पहिए थम गए हैं। सभी ट्रक चालकों और स्टॉफ को सुरक्षित शेल्टर हाउस में शिफ्ट किया गया है। अनुमान है कि समुद्री चक्रवात बिपरजॉय का लैंडफाल नलिया और कराची के बीच ही बनेगा। बिपरजॉय अभी भी गुजरात से काफी दूर है। यह 13 जून की रात में गुजरात के तटीय क्षेत्रों के काफी करीब आ जाएगा। इसके बाद इस तूफान के चलते तटीय क्षेत्रों में हवा की गति और तेज हो सकती है। चक्रवात 15 जून को दोपहर 12 बजे कच्छ से टकराने के आसार हैं।
Also Read : ‘लव जिहाद’ से ‘देवभूमि की रक्षा’ में जल रहा उत्तरकाशी, दुकानें छोड़कर पलायन कर रहें मुस्लिम