बिहार : भाजपा में गूंजा बगावती स्वर, सवर्ण की उपेक्षा का आरोप
बिहार में मंगलवार को नीतीश मंत्रिमंडल विस्तार होना है। शपथ ग्रहण समारोह को लेकर राजभवन में तैयारी अंतिम चरण में हैं, लेकिन इससे पहले ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में बगावत के स्वर सुनाई देने लगे हैं।
भाजपा से बाढ़ विधायक ज्ञानेन्द्र सिंह ज्ञानु ने नए मंत्रियों के चेहरों पर पार्टी के निर्णय को गलत ठहराया है। उन्होंने कहा कि अनुभवी लोगों को दरकिनार कर दिया है तथा सवर्णों की उपेक्षा की गई है।
ना अनुभवी नेता शामिल !-
ज्ञानु ने मंगलवार को कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार में ना अनुभवी नेताओं को शामिल किया गया है और नाही क्षेत्र में सामंजस्य बैठाने की कोशिश की गई है। उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल में कई जिलों से तीन-तीन मंत्री बन गए हैं, जबकि कई जिलों को छोड़ दिया गया है।
उन्होंने कहा कि दिग्गज नेता जगन्नाथ मिश्रा के पुत्र और अनुभवी नेता नीतीश मिश्रा को भी मंत्री बनाने लायक नहीं समझा गया। उन्होंने कहा कि विस्तार में भाजपा ने जाति, क्षेत्र और छवि का ख्याल भी नहीं रखा।
उन्होंने सवर्णों की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सवर्ण भाजपा को वोट देते हैं, लेकिन मंत्रिमंडल में उनकी ही उपेक्षा की गई।
17 मंत्रियों के शपथ लेने की संभावना-
बिहार में नीतीश मंत्रिमंडल का मंगलवार को विस्तार होगा। मंगलवार को 17 मंत्रियों के शपथ लेने की संभावना है, इसमें भाजपा के नौ तथा उसकी सहयोगी पार्टी जनता दल (युनाइटेड) के आठ लोगों के शामिल होने की संभावना है।
पिछले साल नवंबर में बिहार में फिर से मुख्यमंत्री पद संभालने वाले नीतीश कुमार मंत्रिमंडल का यह पहला विस्तार है। मंत्रिमंडल को लेकर भाजपा और जदयू में बहुत दिनों तक पेंच फंसा रहा, अंत में सोमवार की शाम दोनों दलों में सहमति बन गई।
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