ग्रेन्डर व मैसेंजर एप के जरिए फंसाकर बीएचयू के रूईया छात्रावास के कमरे में डाक्टर से जबरदस्ती अप्राकृतिक दुष्कर्म, मारपीट, लूट और रंगदारी वसूलने के मामले में लंका पुलिस ने बीएचयू के दो छात्रों को सोमवार को नरिया तिराहे से गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने दोनों के पास से लूटी गई सोने की चेन, लाकेट, अंगूठी और घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन बरामद किया है. दोनों बीएचयू के शास्त्रीय संकाय के तृतीय वर्ष के छात्र हैं.
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डीसीपी काशी जोन आरएस गौतम ने सोमवार को दोपहर बाद लंका थाने में आरोपितों को मीडिया के सामने पेश किया. उन्होंने बताया कि पकड़े गये आरोपितों में श्रीमन नारायण शुक्ल प्रतापगढ़ जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र के पूर्वी सहोदरपुर के और सूरज दूबे गाजीपुर जिले के सादियाबाद थाना क्षेत्र के छिड़ीचौरा के निवासी हैं. पूछताछ में दोनों ने पुलिस को बताया कि हमलोगों ने मैसेंजर व ग्रेन्डर एप के माध्यम से डाक्टर से दोस्ती की. इसके बाद 11 जनवरी को डाक्टर को अपने दोस्त के ईलाज के बहाने लंका बुलाया. फिर रविदास गेट से अपनी गाड़ी पर बैठाकर अपने साथ रूईया हास्टल ले गये. वहा दोनों ने हास्टल के रुम का गेट बंद कर दिया. इसके बाद डाक्टर को डरा धमकाकर उनके कपड़े उतरवाए और अप्राकृतिक दुष्कर्म किया.
वीडियो वायरल करने की धमकी देकर वसूले 60 हजार रूपये
यही नही हमलोगों ने उसका वीडियो भी बना लिया था. दोनों छात्रों ने डाक्टर की लाकेट लगी सोने की चेन, अंगूठी छीन ली. डाक्टर को वीडियो वायरल करने की धमकी देकर हमलोगों ने 60 हजार रुपये भी वसूल किये. वसूले गये रूपये हमारे अन्य साथियों के पास है. आरोपित छात्रों ने बताया कि उन्हें भरोसा था कि डाक्टर साहब शर्म व डर के कारण किसी को कुछ नहीं बताएगें. लेकिन उन्होंने पुलिस को बता दिया और हमलोग पकड़े गये. पुलिस ने श्रीमन नारायण और सूरज दूबे को अप्राकृतिक दुष्कर्म, मारपीट, धमकी, लूट समेत विभिन्न धाराओं के तहत जेल भेज दिया.