असाधारण प्रतिभा से भरपूर BHU- कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन
वाराणसी: काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने सोमवार को कहा कि “यह उत्साहजनक है कि स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय की विश्व के शीर्ष 2% वैज्ञानिकों की सूची में बीएचयू परिवार के 46 सदस्य शामिल हैं. यह दर्शाता है कि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय असाधारण प्रतिभा के भरपूर है तथा यह शोध व अनुसंधान के लिए विश्व स्तरीय वातावरण उपलब्ध कराता है. मेरा विश्वास है कि बीएचयू में विश्व के शीर्ष शोध विश्वविद्यालयों में शामिल होने की अपार क्षमता है. इस ख्यातिलब्ध सूची में जगह बनाने वाले सभी वैज्ञानिकों को शुभकामनाएं.”
बीएचयू के 46 वैज्ञानिक को मिली अंतराष्ट्रीय पहचान
बता दें कि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय ने एक बार फिर अपनी शैक्षणिक व अनुसंधान उत्कृष्टता का परचम लहराया है. विश्वविद्यालय परिवार के 46 सदस्यों ने वैश्विक स्तर पर शीर्ष 2% वैज्ञानिकों की सूची में जगह बनाई है. यह प्रतिष्ठित सूची विविध क्षेत्रों में वैज्ञानिकों के उल्लेखनीय शोध योगदान को परिलक्षित करती है. 22 वैज्ञानिक क्षेत्रों तथा 174 उप-क्षेत्रों में वैज्ञानिकों की उनके काम के आधार पर स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय तथा एल्सिवियर द्वारा संयुक्त रूप से रैंकिंग तैयार की जाती है. वर्ष 2023 के आखिर के आंकड़ों के आधार पर तैयार करियर आधारित सूची में विश्वविद्यालय परिवार के 46 सदस्य शामिल हैं. वहीं 2023 में एक कैलेण्डर वर्ष में उद्धरणों के आधार पर तैयार सूची में 51 वैज्ञानिक ने स्थान बनाया है.
चिकित्सा विज्ञान संस्थान को विश्व में छठां स्थान
चिकित्सा विज्ञान संस्थान के प्रो. श्याम सुंदर ने कहा, “मेरे लिए यह अत्यंत हर्ष का विषय है कि सूची में शामिल बीएचयू के वैज्ञानिकों में मुझे शीर्ष स्थान पर रखा गया है. इसके अलावा भारत में ट्रॉपिकल मेडिसीन की श्रेणी में मुझे पहला स्थान तथा विश्व में छठा स्थान प्राप्त हुआ है. यह मेरे लिए तथा विश्वविद्यालय के लिए अत्यंत गर्व का विषय है. यह मुझे अपने संस्थान की प्रतिष्ठा को और बढ़ाने के लिए मेहनत करने की प्रेरणा प्रदान करने वाला है.”
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दुनिया भर के वैज्ञानिकों ने दी स्वीकृति
पर्यावरण एवं धारणीय विकास संस्थान के डॉ. राजीव प्रताप सिंह ने कहा, “अन्य मापदंडों के अलावा सूची एच इंडेक्स और उद्धरणों पर भी आधारित है, इसलिए पिछले कई वर्षों से सूची में बने रहना पर्यावरण विज्ञान के क्षेत्र में अपशिष्ट प्रबंधन और पर्यावरण विषय विज्ञान पर मेरे द्वारा किए गए शोध कार्यों की दुनिया भर के वैज्ञानिक समुदाय द्वारा स्वीकृति को दर्शाता है.”
गौरतलब है कि यह सूची वृहद आंकड़ों, उद्धरणों व H-index के आधार पर तैयार की जाती है, तथा क्षेत्र विशेष में किसी वैज्ञानिक के कार्य की गुणवत्ता एवं प्रभाव को रेखांकित करती है. यह उनके कार्यों की वैश्विक स्तर पर प्रासंगिकता व महत्व को भी दर्शाती है.