नया इतिहास लिखने जा रहा बनारस, डर गई है भाजपा-अजय राय

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लोकसभा चुनाव को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश के विभिन्न हिस्सों में प्रचार कर रहे हैं. वहीं बनारस में अंतिम चरण (1 जून ) को वोटिंग होनी है. अपने संसदीय क्षेत्र को लेकर पीएम मोदी फिलहाल आश्वस्त नजर आ रहे हैं. इसी बीच बनारस सीट से उनके प्रमुख प्रतिद्वंदी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के भाजपा में जाने की अफवाहें उड़ने लगीं. हालांकि अजय राय ने एसी खबरों को महज अफवाह और भ्रामक बताते हुए इसका खंडन किया. उन्होंने कहा कि भाजपा परेशान और डरी हुई है. यह पार्टी लोगों के राजनीतिक और सामाजिक चरित्र पर कुठाराघात करती है.

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बनारस में लड़ाई चौकस होगी

अजय राय ने कहा कि मैं काशी के लोगों से आग्रह करना चाहता हूं कि मैने पहले कहा था कि लड़ाई चौकस होगी तो अब लड़ाई चौकस होती जा रही है. भाजपा परेशान हो गई है. वह डरी हुई है कि अब 2024 में क्या होने जा रहा है. कांग्रेस के यूपी अध्यक्ष ने कहा कि इस बार 2024 में पूरे देश के अंदर बनारस का जो संदेश जा रहा है, उससे साफ है कि बनारस नया इतिहास लिखने जा रहा है.

कांग्रेस के प्रति वफादारी को लेकर अजय राय ने कहा कि निश्चित तौर से पार्टी ने उन्हें जो सम्मान और प्यार दिया है वह जीवनपर्यंत बना रहेगा. उसे हम कभी भुला नहीं सकते. कहा कि वह कांग्रेस पार्टी के कर्जदार हैं. हालांकि अजय राय पहले भाजपा में ही शामिल थे. उन्होंने बीजेपी के टिकट पर कोलासला विधानसभा में जीत दर्ज की थी.

मुख्तार अंसारी के मौत के बाद पार्टी के स्टैंड के कारण लग रहे थे अटकलें

हाल ही में बाहुबली मुख्तार अंसारी की जेल में मौत हो गई थी. इसपर कांग्रेस पार्टी ने खेद व्यक्त करते हुए मौत के पीछे साजिश की आशंका जताई थी. बता दें कि कांग्रेस ने अपने संदेश में मुख्तार के आगे जी जोड़ कर संबोधित किया था. बता दें कि अजय राय के भाई की हत्या के पीछे मुख्तार अंसारी का हाथ बताया जाता रहा है. तब से अजय राय के पार्टी छोड़ भाजपा में शामिल होने की अफवाहें तेज हो गई थी. हालांकि उन्होंने ऐसी सभी अटकलों का खंडन कर इनपर विराम लगा दिया है.

पिछले दो चुनावों से मिल रही हार

लोकसभा 2014 और 2019 में बनारस से अजय राय को हार का सामना करना पड़ रहा है. वहीं राय सबसे अधिक वोटों के मामले में दूसरे नम्बर के उम्मीदवार भी नहीं बन पाए थे. जहां 2014 में आप की तरफ से अरविन्द केजरीवाल दूसरे सबसे अधिक वोट पाने वाले उम्मीदवार बने थे. लोकसभा 2019 में सपा-बसपा की ओर से शालिनी यादव ने पीएम मोदी को टक्कर दी थी. वहीं शालिनी यादव भी भाजपा में शामिल हो गई है. लोकसभा 2014 में कांग्रेस उम्मीदवार अजय राय को सिर्फ 75,614 वोट ही मिले थे. वहीं लोकसभा 2019 में कांग्रेस के उम्मीदवार अजय राय को 1,52,548 वोट मिले थे.

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