Ayodhya Verdict वाले दिन UP में नहीं हुई कोई वारदात, अफसर हैरान
अयोध्या में राम मंदिर-बाबरी मस्जिद के फैसले वाले दिन एक भी क्राइम नहीं हुआ। आंकड़ों की मानें तो फैसले वाले दिन उत्तर प्रदेश में कहीं भी किसी भी तरह की हत्या, लूट, अपहरण, बलात्कार या डकैती की वारदात नहीं हुई।
इस बात की जानाकरी जब डीजीपी मुख्यालय के अधिकारियों को लगी तो उन्हें भी इस बात पर यकीन नहीं हुआ।
हैरानी की बात यह है कि उस दिन राज्य के 75 जिलों से एक भी आपराधिक घटनाएं सामने नहीं आईं।
डीजीपी ने खुद संभाला था मोर्चा-
अयोध्या विवाद के फैसले वाले दिन पुलिस ने राज्य में सुरक्षा-व्यवस्था की व्यापक तैयारियां कर रखी थीं।
डीजीपी ओपी सिंह खुद इसकी अगुवाई कर रहे थे। डीजीपी से लेकर थाने और बीट स्तर पर पुलिस मुस्तैद थी।
फैसले से पहले की रात को पुलिस ने गश्त बढ़ा दी थी। सोशल मीडिया पर नजर बनाए रखने के लिए ‘ऑपरेशन ईगल’ नाम से एक टीम बनाई गई थी।
गौरतलब है कि राज्य के आईजी कानून व्यवस्था प्रवीण कुमार और सोशल सेल के एसपी मो. इमरान पूरी रात डीजीपी मुख्यालय पर मौजूद रहे।
इतना ही नहीं प्रदेश के एकीकृत नियंत्रण कक्ष यूपी 112 पर रात में ही इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर स्थापित किए गए।
पुलिस को खुद नहीं हुआ यकीन-
डीजीपी मुख्यालय ने 9 नवंबर के आंकड़ें जुटाने शुरू किए तो हर जोन से अपराध के आकड़े शून्य आने लगे।
इन आकड़ों को देख मुख्यालय के अधिकारियों को यकीन ही नहीं हुआ।
इसके बाद दोबारा आकड़े मांगे तभी यही आंकड़ा आया।
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