आसाराम केस: जोधपुर जेल में लगी अदालत, जज ने फैसला लिखना शुरू किया

0

आध्यात्मिक गुरु और कथावाचक आसाराम का नाबालिग से रेप मामले में आज क्या होगा? जोधपुर कोर्ट के आज आने वाले फैसले पर सबकी निगाहें लगी हुई हैं। पीड़ित पक्ष जहां कड़ी से कड़ी सजा की मांग कर रहा है। वहीं अहमदाबाद के आसाराम आश्रम में साधक अपने गुरु के लिए कल से ही हवन पर बैठ गए हैं।

जोधपुर शहर को किले में तब्दील कर दिया गया है

आसाराम के साधकों को उम्मीद है कि आज आसाराम को क्लीन चिट मिल जाएगी। सुबह साढ़े आठ बजे जोधपुर कोर्ट में सुनवाई होने की उम्मीद है। फैसले को लेकर आसाराम के समर्थक कहीं उपद्रव ना शुरू कर दें इसे देखते हुए जोधपुर शहर को किले में तब्दील कर दिया गया है। पुलिस ने पुख्ता सुरक्षा इंतजाम किए हैं।

– जोधपुर कोर्ट के जज मधुसूदन शर्मा ने फैसला लिखना शुरू किया। आसाराम अपने वकीलों के साथ मौजूद।

– आसाराम केस में गवाह महेंद्र चावला ने कहा, मुझे न्यायपालिका पर पूरा विश्वास है। आसाराम को जरूर सजा मिलेगी। ऐसे रेपिस्ट को फांसी पर लटका देनी चाहिए। मेरी जान को खतरा है। मुझे अतिरिक्त सुरक्षा की जरूरत है।

– यौन शोषण केस में सह आरोपी शिवा, शरतचंद और शिल्पी भी जेल में बने कोर्ट पहुंचे।

– जोधपुर सेंट्रल जेल में बने कोर्ट पहुंचे जज मधुसूदन शर्मा। कुछ देर में फैसले का ऐलान।
– यूपी के वाराणसी और मध्य प्रदेश के भोपाल सहित देश भर में आसाराम की रिहाई के लिए प्रार्थना पर बैठे भक्त।

फूलों की माला के साथ आसाराम का एक समर्थक जोधपुर सेंट्रल जेल के पास हिरासत में लिया गया।

खाली करवाए आसाराम के आश्रम

जोधपुर जेल में कोर्ट बनाया गया है, जहां फैसला सुनाया जाएगा। वहां के आसपास किसी बाहरी व्यक्ति को फटकने की इजाजत नहीं है। आसाराम के पाल स्थित आश्रम में चंद सेवादारों को छोड़कर पूरी तरह खाली करवा दिया गया। आश्रम के आसपास किराए पर रह रहे समर्थकों को भी सोमवार को ही रवाना कर दिया गया है।

जेल की तरफ जाने वाले रास्ते सील

जेल में कोर्ट लगने और फैसले के मद्देनजर पुलिस ने मंगलवार रात से ही सेंट्रल जेल की तरफ जाने वाले रास्ते सील कर दिए हैं। सरकारी कर्मचारियों को परिचय पत्र की जांच के बाद जाने की इजाजत दी जा रही है। इसके अलावा किसी भी व्यक्ति के पैदल या वाहन से आवाजाही पर पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया है।

सुरक्षा के हैं चाक-चौबंद इंतजाम

डीसीपी (ईस्ट) डॉ. अमनदीप सिंह कपूर ने बताया कि बीकानेर, खैरवाड़ा सहित प्रदेश के अन्य हिस्सों से आई आरएसी की 5 कंपनी और उनके साथ ड्यूटी पर रहने वाले स्थानीय अधिकारियों का आपस में कोआर्डिनेशन व क्षेत्र से वाकिफ हो सके, इसके लिए एरिया डोमिनेशन की प्रक्रिया के तहत रूट मार्च निकाला गया है।

जेल में पूरी रात बेचैन रहे आसाराम

बीती रात आसाराम जोधपुर सेंट्रल जेल में आराम से सो नहीं सका। फैसले को लेकर बेचैनी ऐसी थी, कि वो देर रात तक बैरक में टहलता रहा।

Also Read :  8 की उम्र में बुजुर्ग को बेची गई, 16 साल की उम्र तक बनी 4 बच्चों की मां

आश्रम से आया खाना जेल में आसाराम तक पहुंचा भी, लेकिन वो रोजाना की तरह सुकून से खाना नहीं खा पाया। देर रात करीब 12 बजे तक आसाराम बेचैन ही नजर आया।

कड़ी सुरक्षा में जज मधुसूदन शर्मा

राम रहीम के जज जगदीप सिंह की तरह आसाराम के खिलाफ दर्ज केस की सुनवाई और अब फैसला देने वाले एससी-एसटी कोर्ट के न्यायाधीश मधुसूदन शर्मा को पुलिस की ओर से कड़ी सुरक्षा उपलब्ध कराई गई है। जज मधुसूदन शर्मा बुधवार सुबह कड़ी सुरक्षा के साथ सेंट्रल जेल में लगने वाली कोर्ट में पहुंचेंगे।

इलाज के लिए आश्रम आई पीड़िता

आसाराम पर इलाज के लिए आश्रम आई एक 16 साल की नाबालिग लड़की से बलात्कार का आरोप है। पीड़ित परिवार के मुताबिक, 5 साल पहले पीड़ित परिवार ने अपने दो बच्चों को आसाराम के छिंदवाडा के गुरुकुल में पढ़ने के लिए भेजा था। 7 अगस्त 2013 को पीड़िता के पिता को छिंदवाडा गुरुकुल से ने बेटी के बीमार होने की खबर दी।

कुटिया में बुलाकर रेप का आरोप

अगले दिन जब पीड़िता के माता पिता छिंदवाडा गुरुकुल पहुंचे। उन्हें बताया गया कि उनकी बेटी पर भूत-प्रेत का साया है। इसे आसाराम ही ठीक कर सकते हैं। 14 अगस्त को पीड़िता का परिवार आसाराम से मिलने उनके जोधपुर आश्रम पहुंचा। 15 अगस्त की शाम को पीड़िता को ठीक करने के बहाने से आसाराम ने उसे अपनी कुटिया में बुलाकर रेप किया।

दिल्ली में दर्ज कराया था केस

इसके बाद पूरा परिवार घर वापस लौटा, तो 17 अगस्त को लड़की ने अपने घरवालों को सारी बात बताई। इसी बीच उन्हें पता चला कि आसाराम 18 से 20 अगस्त तक दिल्ली के रामलीला मैदान में शिविर कर रहे हैं। लिहाजा पूरा परिवार दिल्ली पहुंच गया और उन्होंने रामलीला मैदान के पास कमला मार्केट थाने में केस दर्ज करा दी।

इंदौर आश्रम से हुई थी गिरफ्तार

यहां जीरो एफआईआर दर्ज कराई गई। इसके बाद इस केस को जोधपुर ट्रांसफर कर दिया गया। लेकिन जोधपुर पुलिस आसाराम पर हाथ डालने से डरती रही। पीड़ित परिवार ने हार नहीं मानी। मीडिया में खबर आने के बाद सरकार और पुलिस पर दबाव बढ़ा। इस तरह 16 दिन बाद आसाराम को इंदौर आश्रम से गिरफ्तार कर लिया गया।

आसाराम के खिलाफ धाराएं और सजा

धारा 376 (एफ)

यानी किसी लड़की के साथ उसके शिक्षक, रिश्तेदार, अभिभावक या धर्मगुरु द्वारा बलात्कार करना

सजा- दस साल से लेकर उम्रकैद

धारा 375 (सी)

यानी किसी लड़की के अंगों से शारीरिक तौर पर छेड़छाड़ करना

सजा- दस साल से लेकर उम्रकैद

धारा 509/34

यानी लड़की या महिला का शीलभंग करना

सजा- तीन साल कैद

धारा 506

जान से मारने की धमकी देना

सजा- सात साल तक की कैद

धारा 354ए

यौन उत्पीड़न

सजा- तीन साल तक की कैद

धारा 370ए

यानी बाल तस्करी

सजा- आजीवन कारावास

धारा 120बी

साजिश रचना

सजा- मुख्य गुनाह के बराबर सजा

धारा 109

किसी को गुनाह के लिए उकसाना या मजबूर करना

सजा- मुख्य गुनाह के बराबर सजा

पोक्सो एक्ट की धारा 5 एफ, 6, 7, 8 और 17

किसी शैक्षिक संस्थान में बाल यौन उत्पीड़न

सजा- दस साल से लेकर उम्रकैद तक

aajtak

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. AcceptRead More