उम्रकैद की सजा सुनते ही रो पड़ा आसाराम

0

कथावाचक आसाराम को जोधपुर कोर्ट ने नाबालिग लड़की से रेप केस में दोषी ठहराया है। उसे उम्रकैद की सजा मिली है। आसाराम के साथ ही उसकी राजदार शिल्पी और शरतचंद्र भी दोषी ठहराए गए हैं, इन्हें 20-20 साल की सजा मिली है।

उम्रकैद की सजा सुनते ही रो पड़ा

वहीं, प्रमुख सेवादार शिवा और रसोइया प्रकाश को कोर्ट ने बरी कर दिया है। साल 2013 में आसाराम के खिलाफ यूपी के शाहजहांपुर की रहने वाली एक लड़की ने रेप का सनसनीखेज आरोप लगाया था।आज शाम को जेल में तय होगी आसाराम की नई बैरक। उम्रकैद की सजा सुनते ही रो पड़ा आसाराम। शेष दो आरोपियों को 20-20 साल की सजा मिली है। जज ने टाइप हुआ फैसला पढ़ना शुरू किया।किसी भी वक्त सुनाई जा सकती है सजा।

Also Read :  8 की उम्र में बुजुर्ग को बेची गई, 16 साल की उम्र तक बनी 4 बच्चों की मां

आसाराम ने अभी तक लंच नहीं किया। आसाराम की तरफ से 14 वकीलों की फौज कोर्ट में बहस कर रही है। पीड़िता ने मुआवजे के लिए कोर्ट में अर्जी दी है। उम्र का हवाला देकर आसाराम के वकीलों ने कम सजा की मांग की है। कोर्ट में आसाराम सहित तीनों आरोपियों की सजा पर बहस जारी। पीड़िता के पिता ने कहा- आसाराम दोषी करार दिए गए। हमें इंसाफ मिला है।

सेवादार शिवा और रसोइया प्रकाश बरी किए गए

इस लड़ाई में हमारा साथ देने वाले सभी लोगों को हम धन्यवाद करते हैं। आसाराम आश्रम की प्रवक्ता नीलम दूबे ने कहा- हम कोर्ट का सम्मान करते हैं। फैसला पढ़कर आगे का कदम उठाएंगे। आसाराम का प्रमुख सेवादार शिवा और रसोइया प्रकाश बरी किए गए। नाबालिग लड़की से रेप केस में आसाराम, शिल्पी और शरतचंद्र दोषी करार। जोधपुर जेल के बाहर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, ड्रोन कैमरे से जेल के बाहर रखी जा रही है नजर।

मधुसूदन शर्मा ने फैसला लिखना शुरू किया

यूपी के शाहजहांपुर में, जहां की पीड़िता है, वहां भी सुरक्षा के मजबूत इंतजाम हैं। पुलिस के आलाधिकारी इस पर नजर बनाए हुए हैं। फैसले से पहले बैरक में 15 मिनट तक पूजा करता रहा आसाराम। जोधपुर कोर्ट के जज मधुसूदन शर्मा ने फैसला लिखना शुरू किया। आसाराम अपने वकीलों के साथ मौजूद। आसाराम ने चिट्ठी लिखकर अपने भक्तों को शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है। आसाराम केस में गवाह महेंद्र चावला ने कहा, मुझे न्यायपालिका पर पूरा विश्वास है। आसाराम को जरूर सजा मिलेगी। ऐसे रेपिस्ट को फांसी पर लटका देनी चाहिए। मेरी जान को खतरा है। मुझे अतिरिक्त सुरक्षा की जरूरत है।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. AcceptRead More