विदेशों में भी भारतीय फैशन डिजाइनरों की डिमांड : अनीता डोंगरे

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डिजाइनर अनीता डोंगरे ने भारतीय फैशन को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनके परिधान को ब्रिटेन के राजकुमार विलियम की पत्नी कैंब्रिज की डचेस केट मिडिलटन ने भी पहना है। डिजाइनर ने न्यूयॉर्क में दो स्टोर भी खोले हैं। उनका कहना है कि भारतीय प्रवासियों ने दुनियाभर के फैशन को प्रभावित किया है। डोंगरे ने कहा, “भारतीय प्रवासियों ने दुनियाभर के फैशन को प्रभावित किया है, फैशन की दुनिया में सीमाओं को थोड़ा छोटा किया है।”

न्यूयॉर्क में फैशन व्यवसाय को शुरू करने के बारे में उन्होंने कहा, “हम अपने विदेशी उपभोक्ताओं तक पहुंचना चाहते थे। अमेरिका में काफी युवा महिलाएं हैं, जो हमसे ऑनलाइन कपड़े खरीदती है या जब भारत आती हैं, तब कपड़े खरीदती है। हमने जब विदेश में अपनी मौजूदगी दर्ज कराने के बारे में सोचा तो न्यूयॉर्क में सोहो हमारी पसंद बना।”

डिजाइनर के ग्राहकों में करीना कपूर कान और दिया मिर्जा जैसी अभिनेत्रियां शामिल हैं।

डिजाइनर से जब भारत में उपलब्ध परिधान के मुकाबले वहां के परिधानों की भिन्नता के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जमीनी स्तर पर ऑनलाइन हो या स्टोर में उपलब्ध सभी परिधान संग्रह एक जैसे ही होंगे।

हॉलीवुड फिल्मों के लिए कपड़े डिजाइन करने के बारे में उन्होंने कहा कि उन्होंने हमेशा खुद को एक डिजाइनर के तौर पर देखा है और उन्हें कपड़े डिजाइन करना पंसद है। हॉलीवुड कलाकारों को अपने डिजाइनर कपड़ों में देखना वह पसंद करेंगी।

अपने क्लेक्शन के जरिए फैशन वीक में दर्शकों को राजस्थान ले जाने वाली डोंगरे शनिवार को यहां इंडिया कूट्योर वीक में अपने नए परिधान संग्रह को पेश करने के लिए तैयार हैं।

डिजाइनर ने कहा कि राजस्थान उनकी कुछ खूबसूरत यादों की पृष्ठभूमि है। उन्होंने कहा कि हर सूजन में यह राज्य उनके डिजाइनों को अपनी समृद्ध विरासत, संस्कृति और कला से प्रेरति करता है। उनका पिछला संग्रह ‘अलकेमी’ रणथम्भौर के वन्यजीवन से प्रेरित था।

इस बार उनका परिधान संग्रह राजस्थान के बिश्नोई जनजाति को समर्पित है।

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उन्होंने कहा, “बिश्नोई जनजाति मुख्य रूप से अमृता देवी और क्षेत्र में ‘खेजरी’ पेड़ों को बचाने के लिए उनके गांव के लोगों के बलिदान के लिए जाना जाता है। यह इस समर्पण और प्रकृति के साथ पहचान है, जिसने मुझे यह संग्रह डिजाइन करने और राजस्थान के बस्सी वन्यजीव अभयारण्य में 25,000 पेड़ लगाने के लिए प्रेरित किया।”

संग्रह में मरून, इंक ब्लू, ग्रीन, रेड फ्यूशिया और रॉयल ब्लू रंग के परिधान शामिल हैं।

इस संग्रह की खासियत के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह बिश्नोई समाज की महिलाओं की मजबूती को दर्शाता है। यह शक्ति और सुंदरता का समायोजन है, जिसे 29 जुलाई को दर्शक महसूस कर सकेंगे।

डिजाइनर ने 1995 में ‘हाउस ऑफ अनीता डोंगरे’ लांच किया था, जिसमें महिलाओं के लिए पश्चिमी परिधान, ग्लोबल देसी लुक के परिधान, दुलह्न के लिए, कूट्योर और हाथ से तैयार किए गए सोने के जड़ाऊ गहने मिलते हैं।

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