महाराष्ट्र के अमरावती में हुई 50 वर्षीय दवा कारोबारी उमेश प्रहलादराव कोल्हे की हुई निर्मम हत्या के बाद बीते शनिवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की एक टीम वारदात स्थल पर पहुंची थी. शनिवार की देर रात को दर्ज हुई एफआईआर में एनआईए ने इस घटना को ‘आतंकी वारदात’ बताया है. एनआईए ने कहा ‘देशवासियों के एक वर्ग’ को आतंकित करने के मकसद से आईएसआईएस-स्टाइल में यह मर्डर किया गया. इसकी भी जांच की जाएगी कि क्या यह मामला राष्ट्रीय साजिश का हिस्सा है या फिर विदेश से इस बर्बर अपराध को भड़काया गया है?’
मृतक दवा कारोबारी उमेश प्रहलादराव कोल्हे के के बेटे की शिकायत के आधार पर गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) की धारा 16, 18 और 20 और धारा 34, 153 (ए), 153 (बी), 120 (बी) और 302 आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया गया है.
बता दें भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के समर्थन में दवा कारोबारी उमेश कोल्हे ने फेसबुक पोस्ट किया था. इसके बाद तीन बाइक सवार इस्लामवादियों ने उनकी बेरहमी से हत्या कर दी थी. दर्ज एसएआर में मुदस्सर अहमद, शाहरुख पठान, अब्दुल तौफीक, शोएब खान, आतिब राशिद, युसूफ खान, शाहिम अहमद और इरफान खान को अज्ञात लोगों के साथ आरोपी बनाया गया है.
एनआईए की एफआईआर के मुताबिक, मृतक उमेश कोल्हे की निर्मम हत्या आरोपियों और अन्य लोगों की एक बड़ी साजिश थी, जिन्होंने भारत के लोगों के एक वर्ग के बीच आतंक फैलाने की कोशिश की. साथ ही धर्म के आधार पर दुश्मनी को बढ़ावा देना इसका मकसद था. इस वारदात को 21 जून, 2022 की रात 10:00 बजे से 10:30 बजे के बीच अंजाम दिया गया. इस मामले में अमरावती पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.