अफगानिस्तान में अमेरिका की 20 साल की मौजूदगी का अंत हो गया है। अमेरिकी सेना ने पूरी तरह से अफगानिस्तान को छोड़ दिया।
अमेरिकी सेना के अंतिम तीन विमानों ने भी सोमवार की देर रात काबुल एयरपोर्ट से उड़ान भरी। इसके साथ ही अफगानिस्तान में अमेरिकी सैन्य अभियान का अंत हो गया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिकी सेना के अंतिम तीन सी-17 विमानों ने 30-31 अगस्त की आधी रात काबुल के हामिद करजई इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरी।
तालिबानियों ने मनाया जश्न
#America के वापस लौटते ही #Talibans ने नॉनस्टॉप हवाई फायरिंग कर जश्न मनाया। तालिबान का कहना है 20 साल तक हमारे लोगों को मारा, हजारों लोगों को घायल करने वाला अमेरिका यहां से वापस लौट गया है।#Talibans #Afganistan #America @AmrullahSaleh2 #KabulAiport pic.twitter.com/YbBPhbxQc3
— Shankar Dutt Pant (@ShankarDuttPan9) August 31, 2021
काबुल से अमेरिकी सैनिकों के निकलने के बाद तालिबानियों ने हवा में गोलियां दाग कर जीत का जश्न भी मनाया।
गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पहले सितंबर, फिर 31 अगस्त तक अपनी सेना अफगानिस्तान से वापस बुला लेने का ऐलान किया था।
हवाई अड्डे पर तालिबान का नियंत्रण
काबुल एयरपोर्ट पर तालिबान का पूरी तरह से कब्जा, देर रात जब अमेरिका का आखिरी विमान काबुल एयरपोर्ट से उड़ा, तो तालिबान के लड़ाकों ने जमकर जश्न मनाया. #Taliban #Kabul #Kabulairport #USArmy #Firing #AfghanistanBurning pic.twitter.com/2z5NQ0H8KB
— Nedrick News (@nedricknews) August 31, 2021
इसके बाद से काबुल के अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर तालिबान का पूर्ण नियंत्रण हो गया।
पिछले कुछ दिनों से देश छोड़ने वालों की भीड़ से भरा काबुल एयरपोर्ट आखिरकार पूरी तरह से शांत हो गया।
अपनों की मदद करेगा अमेरिका
हालांकि अभी देश में अमेरिका की मदद जारी रहेगी। अभी भी बड़ी तादाद में अमेरिकी लोग अफगानिस्तान में हैं।
यह भी पढ़ें: अफगानिस्तान से भारतीयों को निकालने के लिए चला ‘ऑपरेशन देवी शक्ति’, जानें क्यों रखा यह नाम
यह भी पढ़ें: अफगानिस्तान को लेकर सभी विजन हो गए ग्लोबल से लोकल !