पाक की सुरक्षा सहायता पर लगी रोक: अमेरिकी विदेश मंत्रालय
अमेरिका का मानना है कि इन आतंकी संगठनों के चलते ही दक्षिण एशिया में अशांति और अस्थिरता का माहौल है। विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हीथर नोएर्ट ने कहा कि फिलहाल वह यह नहीं बता सकती हैं कि पाक को कितनी राशि की मदद रोकी गई है क्योंकि प्रशासन अभी यह आंकड़ा निकाल रहा है कि इस फैसले से कितने की मदद रुक जाएगी।
also read : आप का झगड़ा: संतोष कोली की मां को चुनाव लड़ाएंगे कपिल
हीथर ने कहा कि यदि पाकिस्तान की ओर से आतंकवादी समूहों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की जाती है तो उसे कुछ मदद दी जा सकती है। मीडिया से बातचीत में अमेरिकी प्रवक्ता ने कहा, ‘आज हम यह निश्चित तौर पर कह सकते हैं कि हमने पाकिस्तान को दी जाने वाली सुरक्षा सहायता को सस्पेंड कर दिया है। उसे तब तक यह मदद नहीं दी जाएगी, जब तक कि वह अफगान तालिबान और हक्कानी नेटवर्क जैसे आतंकी संगठनों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई नहीं करता है। हम मानते हैं कि ये संगठन क्षेत्र में अस्थिरता फैला रहे हैं और अमेरिकी सैनिकों को निशाना बनाने का काम कर रहे हैं।’
also read : सरकार गिराने की साजिश रच रहे थे कुमार विश्वासः AAP
ट्रंप ने कहा था, 15 साल से मूर्ख बना रहा है पाकिस्तान
इससे पहले 1 जनवरी को ट्वीट कर अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने कहा था, ‘अमेरिका ने मूर्खतापूर्ण ढंग से बीते 15 सालों में पाकिस्तान को 33 अरब डॉलर की सहायता दी है। लेकिन बदले में हमें झूठ और छल के अलावा कुछ भी नहीं मिला। हमारे नेताओं को मूर्ख समझा गया। वे आतंकियों को सुरक्षित पनाहगाह देते रहे और हम अफगानिस्तान में खाक छानते रहे। अब और नहीं।’
सुरक्षा सहायता को बंद करने का ऐलान किया था
नए साल के मौके पर राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान पर तीखा हमला बोलते हुए उस पर झूठ और छल का आरोप लगाते हुए कहा था कि अब उसे और मदद नहीं दी जाएगी। इसके ठीक 4 दिन बाद अमेरिका ने इस नीति पर अपने कदम बढ़ाते हुए पाकिस्तान को दी जाने वाली सभी सुरक्षा सहायताओं को बंद कर दिया है। अमेरिकी विदेश विभाग की ओर से गुरुवार को जारी बयान में कहा गया कि इस्लामाबाद जब तक अफगान तालिबान और हक्कानी नेटवर्क जैसे आतंकी संगठनों के खिलाफ कदम नहीं उठाता है, तब तक यह मदद नहीं दी जाएगी। ट्रंप की फटकार के तुरंत बाद अमेरिका ने पाक को दी जाने वाली 255 मिलियन डॉलर की सुरक्षा सहायता को बंद करने का ऐलान किया था।
(nbt)
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)