हौसला उम्र का मोहताज नहीं होता है। जज्बा हो तो जीत कभी भी हासिल की जा सकती है, 58 साल की उम्र में टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतकर यह साबित कर दिया कुवैत के खिलाड़ी अब्दुल्ला अल रशीदी ने। उन्होंने निशानेबाजी में कांस्य पदक जीता है।
पेरिस ओलंपिक में भी लेंगे भाग-
अल रशीदी सात बार ओलंपिक में भाग ले चुके हैं। टोक्यों में असाका शूटिंग रेंज पर पुरूषों की स्कीट स्पर्धा में कांस्य पदक जीता। उन्हें गोल्ड ना जीत पाने का मलाल तो नहीं लेकिन कहते हैं कि 62 साल की उम्र में 2024 में पेरिस में होने वाले ओलंपिक में भी भाग लेंगे और गोल्ड मेडल जरूर जीतेंगे। स्कीट के साथ ट्रैप में भी हाथ आजमाएंगे।
अटलांटा में जीता था ब्रांज-
अल रशीदी ने पहली बार 1996 अटलांटा ओलंपिक में भाग लिया था। उन्होंने रियो ओलंपिक 2016 में भी कांस्य पदक जीता था लेकिन उस समय स्वतंत्र खिलाड़ी के तौर पर उतरे थे। कुवैत पर अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने प्रतिबंध लगा रखा था। उस समय अल रशीदी आर्सन्ल फुटबॉल क्लब की जर्सी पहनकर आये थे।
टोक्यो में कुवैत के लिये खेलते हुए पदक जीतने के बारे में उन्होंने कहा कि रियो में पदक से मैं खुश था लेकिन कुवैत का ध्वज नहीं होने से दुखी था। यहां मैं खुश हूं क्योंकि मेरे मुल्क का झंडा यहां है।
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