यूपी बजट को लेकर योगी सरकार पर बरसे अखिलेश यादव और मायावती
गुरूवार को योगी सरकार में वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने विधानसभा में इतिहास का सबसे बड़ा बजट पेश किया. जिसके बाद विपक्ष ने योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा है. बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार 2.0 के यूपी बजट पर ट्विटर के माध्यम से अपनी तीखी प्रतिक्रिया जाहिर की है.
बसपा सुप्रीमों मायावती ने भी यूपी बजट पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा ‘यूपी सरकार का बजट प्रथम दृष्टया वही घिसापिटा व अविश्वनीय तथा जनहित एवं जनकल्याण में भी खासकर प्रदेश में छाई हुई गरीबी, बेरोजगारी व गड्ढायुक्त बदहाल स्थिति के मामले में अंधे कुएं जैसा है, जिससे यहाँ के लोगों के दरिद्र जीवन से मुक्ति की संभावना लगातार क्षीण होती जा रही है. यूपी के करोड़ों लोगों के जीवन में थोड़े अच्छे दिन लाने के लिए कथित डबल इंजन की सरकार द्वारा जो बुनियादी कार्य प्राथमिकता के आधार पर होने चाहिए थे, वे कहाँं किए गए. स्पष्टतः नीयत का अभाव है तो फिर वैसी नीति कहाँ से बनेगी। जनता की आँख में धूल झोंकने का खेल कब तक चलेगा?’
अखिलेश ने अपने ट्वीट में लिखा ‘इस सरकार का कहने को ये बजट छठा है, पर इसमें कुछ बढ़ा नहीं, सब कुछ घटा है! इसमें जनपक्ष नदारद, बस सरकारी विभागों का वारा-न्यारा है… दरअसल ये बजट नहीं बँटवारा है!’
अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश में विकास सिर्फ आंकड़ों में ही दिख रहा है, जबकि सच्चाई ये है कि युवा बेरोजगार हैं. भाजपा सरकार में जनता महंगाई और बेरोजगारी से परेशान है. युवाओं के पास रोजगार नहीं हैं. बच्चों की पढ़ाई पूरी तरह बर्बाद कर दी गई है. भाजपा सरकार ने वादा किया था कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी, पर ऐसा कुछ भी नहीं हुआ. विकास सिर्फ आंकड़ों में दिख रहा है.