अखिलेश ने कसा तंज, कहा- केशव हैं दिल्ली वाईफाई के पासवर्ड ….
यूपी: उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव में भाजपा को मिली हार के बाद मची उथल- पुथल थमने का नाम नहीं ले रही है. प्रदेश की राजनीति गलियारों से तरह- तरह की खबरे सामने आ रही है. सुर्ख़ियों में सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या और यूपी बीजेपी की यूनिट शामिल है. इसी के चलते प्रदेश में विपक्षी दलों के नेताओं ने भी चुटकी लेना शुरू कर दिया है. अखिलेश ने आज एक बार फिर डिप्टी सीएम पर तंज कसते हुए कहा कि केशव प्रसाद दिल्ली वाईफाई के पासवर्ड है. तो दूसरी ओर सपा के एक नेता ने उन्हें खुला ऑफर भी दे दिया है.
दिल्ली दरबार के मोहरा हैं केशव…
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कन्नौज से सांसद अखिलेश यादव ने एक बार फिर केशव को लेकर कहा कि डिप्टी सीएम दिल्ली का मोहरा बन गए हैं. वह दिल्ली के वाईफाई के पासवर्ड हो गए हैं. ऐसे क्या सरकार चलेगी ? अगर दिल्ली वाले किसी से मिलने लगे हैं तो लखनऊ वाले भी दिल्ली वालों से मिलने लगे हैं.
धर्मेंद्र यादव ने दिया ऑफर…
वहीं दूसरी तरफ आज़मगढ़ से सांसद और अखिलेश के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव ने कहा कि हमारा दिया हुआ ऑफर सार्वजनिक है. 100 लाओ- सरकार बनाओ. हमारा यह मानसून आफर अभी भी जारी है. उन्होंने कहा कि बीजेपी से जो लाए, वो हमारे साथ सरकार बनाए…
डिप्टी सीएम ने किया पलटवार…
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने अखिलेश के ट्वीट पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा, “कांग्रेस का मोहरा बन चुके सपा बहादुर अखिलेश यादव बीजेपी को लेकर गलतफहमी पालने, अति पिछड़ों को निशाना बनाने, अपमान करने की जगह समाजवादी पार्टी को समाप्त होने से बचाने पर ध्यान दें. बीजेपी 2027 में 2017 दोहराएगी. कमल खिला है, खिलेगा और खिलता रहेगा.”
ये पहली बार नहीं है जब दोनों नेताओं के बीच जुबानी जंग देखने को मिली हो. इससे पहले भी पिछले दिनों ऐसे ही जुबानी जंग दोनों ही नेताओं के बीच देखने को मिली थी.
पहले भी हुई जुबानी जंग…
बता दें कि इससे पहले भी अखिलेश और केशव के बीच जुबानी जंग हो चुकी है. प्रदेश में चल रही कई तरह की सियासी अटकलों के बीच अखिलेश ने ट्वीट कर हमला बोला था और मानसून ऑफर दिया था जिसमें उन्होंने कहा थ 100 लाओ-सरकार बनाओ.
अखिलेश के इस ऑफर पर भी केशव ने पलटवार किया था. उन्होंने कहा था मानसून ऑफर को 2027 में जनता और कार्यकर्ता फिर 47 पर समेटेंगे. एक डूबता जहाज और समाप्त होने वाला दल जिसका वर्तमान और भविष्य खतरे में है, वह मुंगेरीलाल के हसीन सपने देख सकता है, लेकिन वह पूरा नहीं हो सकता. 2027 में 2017 दोहराएंगे और फिर कमल की सरकार बनाएंगे.’