अखिलेश, प्रियंका ने उठाये NEET परीक्षा में धांधली पर सवाल, जांच की मांग
NEET परीक्षा में धांधली की आशंका को लेकर छात्रों और उनके परिवारीजनों में गुस्सा है. छात्रों द्वारा इसको लेकर सीबीआई जांच की मांग की जा रही है. वहीं इसको लेकर अखिलेश यादव, प्रियंका गांधी समेत कई लोगों ने परीक्षा को लेकर सवाल उठाएं हैं. हालांकि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) के अधिकारी शुरु से परीक्षा में धांधली की आशंका को नकारते नजर आ रहे हैं.
Also Read : वाराणसी के इन लोगों को मिला पीएम मोदी के शपथग्रहण समारोह का न्योता
अखिलेश यादव ने की नीट परीक्षा की जांच की मांग
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने एक्स पर अपने पोस्ट में लिखा कि पूरे देश में डॉक्टरी की पढ़ाई के लिये प्रवेश परीक्षा के रूप में ली जानेवाली नीट परीक्षा NEET परीक्षा (पूर्व में CPMT/PMT) के नाम से प्रचलित के रिजल्ट में सैकड़ों अभ्यर्थियों के 100% नंबर आए हैं. इनमें भी एक ही परीक्षा केंद्र से कई लोगों का एक साथ 100% नंबर आना, एक बड़ी धांधली की ओर संकेत करता है.
आगे लिखा कि भाजपा राज में परीक्षाएं अवैधानिक तरीके से प्रश्न पत्र लीक कराने, छद्म लोगों से पेपर दिलवाने, सेंटर की सेटिंग करवाने और रिज़ल्ट को मैनेज करने जैसे धंधे का रूप लेती जा रही हैं. अधिकतर परीक्षाओं में लगभग एक जैसा ही घपला होना कोई संयोग नहीं हो सकता. इससे देश का युवा व्यवस्था में विश्वास खोने लगा है. युवाओं की हताशा का मतलब है कि भविष्य हताश है. ये भाजपा सरकार की सबसे बड़ी नाकामियों में से एक है. इस मामले का स्वतः संज्ञान लेते हुए माननीय न्यायालय गहन जांच करके, इसके लिए दोषी लोगों को सख्त सज़ा देकर, भविष्य में इस प्रकार के दोहराव की किसी भी आशंका को निर्मूल करे. निंदनीय!
लाखों आवाज को क्यों किया जा रहा है अनसुना
कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी ने भी इसको लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि पहले NEET परीक्षा का पेपर लीक हुआ और अब छात्रों का आरोप है कि इसके रिजल्ट में भी स्कैम हुआ है. एक ही सेंटर के 6 छात्रों को 720 में से 720 अंक मिलने पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं और कई तरह की अनियमितताओं की बातें सामने आ रही हैं. दूसरी ओर, रिजल्ट आने के बाद देश भर में कई बच्चों के आत्महत्या करने की खबरें हैं. यह बहुत दुखद और झकझोरने वाला है. सरकार लाखों छात्रों की आवाज को अनसुना क्यों कर रही है? छात्र-छात्राओं को NEET परीक्षा के परिणाम में धांधली से जुड़े वाजिब सवालों के जवाब चाहिए. क्या सरकार की जिम्मेदारी नहीं बनती कि वो जांच कराकर इन वाजिब शिकायतों का निस्तारण करे?
6 केन्द्रों तक सीमित, 1600 छात्रों को उठानी पड़ी है समस्या
नीट परीक्षा पर उठ रहे सवालों को लेकर एनटीए के महानिदेशक ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने कहा कि 4750 केंद्रों में से यह समस्या 6 केंद्रों तक सीमित थी. वहीं 24 लाख छात्रों में से केवल 600 छात्रों को इस समस्या का सामना करना पड़ा. पूरे देश में इस परीक्षा की अखंडता से समझौता नहीं किया गया. कोई पेपर लीक नहीं हुआ. पूरी परीक्षा प्रक्रिया बहुत पारदर्शी रही है.