हार के बाद मध्यप्रदेश कांग्रेस में उठने लगे बगावत के सुर
MP: लोकसभा चुनाव 2024 में इस बार कांग्रेस को मध्य प्रदेश में करारी हार मिली है. इस बार भाजपा ने मध्य प्रदेश में 29 की 29 सीटों पर जीत हासिल की है. इसके बाद अब कांग्रेस में अंदरखाने बगावत शुरू हो गयी है. कांग्रेस नेता और पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने हार के लिए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, दिग्विजय सिंह और प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी को जिम्मेदार ठहराया है.
पटवारी के कार्यकाल की हो समीक्षा…
अजय सिंह ने मांग उठाई है कि मैं प्रदेश में जीतू पटवारी के काम की समीक्षा चाहता हूँ क्योंकि उनके नेतृत्व में पार्टी के कई बड़े नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पार्टी क्यों छोड़ दी. उन्होंने कहा जब बड़े नेता हमारी पार्टी छोड़ रहे थे तब उनको रोकने के लिए क्या कदम उठाए गए है और इस पर चर्चा होनी चाहिए. प्रदेश में कांग्रेस की हार से कार्यकर्ता काफी निराश हैं.
कमलनाथ और दिग्विजय सिंह पर साधा निशाना…
इतना ही नहीं अजय सिंह ने प्रदेश के दो दिग्गज कमलनाथ और दिग्विजय सिंह पर भी निशाना साधा और कहा कि यह दोनों नेता अपने गृह क्षेत्र से बाहर क्यों नहीं निकले और यह भी पता लगाना चाहिए कि इन्होंने किसके लिए चुनाव प्रचार किया यह पता लगाना अनिवार्य है. उन्होंने कहा कि पार्टी के नेता सुरेश पचौरी और विधायक रामनिवास रावत ने पार्टी छोड़ी. साथ ही उन्होंने मांग की कि जिन लोगों ने पार्टी का साथ बुरे समय में छोड़ा है, उन्हें कभी वापस नहीं लेना चाहिए…
पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे है अजय सिंह
बता दें कि अजय सिंह मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री दिवंगत अर्जुन सिंह के बेटे हैं. कभी अर्जुन सिंह पार्टी के बड़े चेहरा हुआ करते थे. उन्होंने कहा कि जब 2013 में प्रदेश में पार्टी की करारी हार हुई थी तब मैंने इस्तीफ़ा दे दिया था. क्यों कि अभी तक इतनी बुरी हार कभी नहीं हुई है.
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कांग्रेस का नहीं खुला है खाता…
बता दें कि इस बार के लोकसभा चुनाव में मध्य प्रदेश में कांग्रेस का खता नहीं खुला है. इससे पहले 2019 में कांग्रेस ने 1 सीट जीती थी लेकिन इस बार वह भी सीट कांग्रेस हार गयी है. इतना ही नहीं पार्टी के दिग्गज अपना गढ़ भी नहीं बचा पाए है चाहे वो कमलनाथ हो या दिग्विजय सिंह हों. वहीं दूसरा कारण है कि चुनाव से कुछ समय पहले जीतू पटवारी को प्रदेश की कमान दी गई थी जिससे काफी लोग नाराज थे और उनके साथ काम करना नहीं चाहते थे.