पीएम मोदी के बाद अब चन्दौली में चुनौती देगी पद्मा किन्नर
चुनावी उलटफेर की चर्चाओं से गर्म हुआ लोकसभा का चुनावी मैदान
चंदौली लोकसभा क्षेत्र में चुनावी उलटफेर की चर्चाएं गर्म हो गई हैं. यहां का चुनाव काफी दिलचस्प होने वाला है. जिसका आगाज नामांकन प्रक्रिया के पहले दिन ही हो गया. निकाय चुनाव में नगर पालिका परिषद मुगलसराय में मिली कामयाबी के बाद किन्नर समाज ने लोकसभा में भी दांव आजमाने की तरफ कदम बढ़ा दिया है. वाराणसी में पीएम मोदी को चुनौती देने के लिए किन्नर समाज की महामंडलेश्वर हिमांगी सखा मैदान में कूदी थीं. हालांकि बाद में वह चुनाव मैदान से पीछे हट गईं थी. वहीं, चंदौली भी पीछे नहीं रहना चाहता. यहां से भी पहले दिन बिके नामांकन फॉर्म को किन्नर महामंडलेश्वर व समाजसेवी पद्मा किन्नर खरीदकर चुनौती देने मैदान में उतरेंगी.
निकाय चुनाव में मुगलसराय उपनगर में किन्नर ने दिखाया था दमखम
निकाय चुनाव में सोनू किन्नर के जितने के बाद अब किन्नर समाज के हौसले भी काफी बुलंद हैं. यह भी हो सकता है कि यह चुनाव बिगाड़ने के लिए उनका एक प्रयास हो क्योंकि निकाय चुनाव में सत्ता पक्ष द्वारा सोनू किन्नर को हराने के लिए प्रयास किया गया था. जिसमें सत्ता पक्ष के लगभग सभी नेताओं की महती भूमिका भी रही है. उस वक़्त किन्नरों के हंगामें की वजह से शासन प्रशासन को बैकफुट पर आना पड़ा था. किन्न रों ने पुलिस प्रशासन की हालत खराब कर दी थी. लोगों में यह जबर्दस्त चर्चा रही कि किन्नर न होती तो उसे हरा दिया जाता.
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बदला लेने के लिए मैदान में
उस दौरान किन्नरों की बेइज्जती तो हुई ही थी सत्ता की भी काफी किरकिरी हुई थी. संदेह है कि किन्नर अपनी हुई बेइज्जती को भूले नहीं हैं. कहावत है कि किन्नर अपने विरोधियों से बदला जरूर लेते हैं. ऐसे में कहीं न कहीं यह निकाय चुनाव का बदला लेने का प्रयास तो नहीं. हालांकि, पद्मा किन्नर काफी सुलझी हुई हैं. साथ ही समाज सेवा में भी उनका काफी योगदान रहता है. गरीब, बृद्ध, विधवा आदि की मदद में साथ तमाम कार्यक्रमों में उनकी सहभागिता रहती हैं. ऐसे में यदि वह चुनावी मैदान में उतरेंगी तो मुकाबला दिलचस्प होने की पूरी उम्मीद दिख रही है.