मोदी सरकार से केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने दिया इस्तीफा
लोकसभा चुनाव के लिए एनडीए में सीट बंटवारे में आरएलएसपी को तरजीह नहीं दिए जाने से नाराज चल रहे केंद्र सरकार में मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने मोदी सरकार से इस्तीफे का एलान किया है। लंबे समय से एनडीए से नाराज चल रहे कुशवाहा एनडीए से इस्तीफे का एलान कर चुके हैं। उपेंद्र कुशवाहा दोपहर 2 बजे अपना इस्तीफा सौंपेंगे। इसके साथ ही विपक्ष की तऱफ से होने वाली बैठक में भी हिस्सा लेंगे।
इस्तीफे का करेंगे एलान
बता दें कि इससे पहले कुशवाहा के एनडीए बैठक में नहीं जाने की खबरें थीं। लेकिन खबरों के मुताबिक, कुशवाहा को इस बैठक में बुलाया ही नहीं गया है। कुशवाहा दोपहर में प्रेस कॉफ्रेंस कर इस्तीफे की आधिकारिक पुष्टि करेंगे। माना जा रहा है कि वह इसमें अपनी अगली रणनीति का खुलासा कर सकते हैं। अटकलें यह भी लगाई जा रही हैं कि कुशवाहा अपनी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) का शरद यादव की पार्टी लोकतांत्रिक जनता दल में विलय कर सकते हैं।
Also Read : विपक्ष की महाबैठक में बनेगी चुनावी रणनीति
उपेंद्र कुशवाहा पीएम मोदी से लोकसभा चुनाव को लेकर सीटे बंटवारे पर बात करना चाहते थे। लेकिन कुशवाहा को पीएम मोदी से मिलने का समय नहीं दिया गया है। अब खबरें ये भी आ रही हैं कि उपेंद्र कुशवाहा शरद यादव की पार्टी के साथ जा सकते हैं।
सावित्री बाई फुले ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था
मालूम हो कि इससे पहले बहराइच से सांसद सावित्री बाई फुले ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। फुले पार्टी की नीतियों को लेकर काफी दिनों से नाराज चल रही थीं। उनका कहना था कि भाजपा दलितों के साथ न्याय नहीं कर रही है जबकि सत्ता में आने से पहले दलितों को लेकर तमाम तरह के वादे किए गए थे। सावित्री बाई फुले ने इस्तीफा देते हुए एकहा था कि वो दलितों के लिए उनके सम्मान की लड़ाई लड़ेंगी। उसके लिए चाहे जो भी करना पड़े।