सरकार की वादा खिलाफी से नाराज महिला शिक्षामित्रों ने कराया मुंडन
समायोजन के विरोध में आज एक साल पूरा होने पर शिक्षामित्रों (sikchmitra) ने आज काला दिवस मनाया। इस दौरान महिलाओं ने अपना मुंडन कराया।
हर महिला का गहना उसके केश होते है लेकिन लगातार सरकार की अनदेखी से नाराज शिक्षामित्रों ने आज अपने केशों की तिलांजलि दे दी। शिक्षामित्रों ने आज राजधानी लखनऊ के इकोगार्डन में शिक्षामित्रों ने सरकार के खिलाफ हुंकार भरी।
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शिक्षामित्र महिनों से अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। सरकार की तरफ से कोई सुनवाई न होते देख कर आज उनका गुस्सा फूट पड़ा। महिला शिक्षामित्रों ने अपना सर मुंडवाकर और पुरुष शिक्षामित्रों ने जनेउ उतार कर विरोध दर्ज किया।
योगी नहीं है संत और क्षत्रिय
शिक्षामित्रों का गुस्सा सीएम पर जमकर फूटा। महिला शिक्षामित्र ने कहा कि सीएम योगी क्षत्रिय नहीं है उनकी नसों में क्षत्रिय का खून नहीं है, और न ही योगी संत है। योगी ने अपने स्वार्थ के लिए परिवार का त्याग किया। महिला शिक्षामित्रों ने कहा आज हम यहां अपने बच्चों के लिए अपने केशों की तिलांजिल दे रहे है सीएम हमारे और परिवार का दर्द नहीं समझ सकते है। क्योंकि सीएम ने अपने स्वार्थ के लिए परिवार को छोड़ा है।
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