आईआईटी बीएचयू के पूर्व छात्र ने दिया 13 करोड़ का अनुदान…
वाराणसी : यूं तो हर छात्र किसी न किसी विश्वविद्यालय से अपनी शिक्षा अर्जित करता है,जिसके पश्चात वह अपनी नौकरी में व्यस्त होकर ही रह जाता है,परन्तु पुर्व छात्र डॉ राज यावतकर ने अपने विश्वविद्यालय के लिये जो किया है वह काबिलेतारिफ है।
आईआईटी बीएचयू में ’छात्र शैक्षणिक केंद्र’ की स्थापना के लिए संस्थान के इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग 1980 बैच के पुराने छात्र और माउंटेन व्यू, कैलिफोर्निया स्थित जुनिपर नेटवर्क के चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर (सी.टी.ओ.) डॉ राज यावतकर ने आईआईटी (बीएचयू) फाउंडेशन को 13 करोड़ का दान दिया है। यह जानकारी देते हुए संस्थान के अल्युमनी प्रोफेसर राजीव श्रीवास्तव ने बताया कि ’छात्र शैक्षणिक केंद्र’ संस्थान के छात्रों को एक सतत विकास इकोसिस्टम उपलब्ध कराएगा। उन्होंने बताया कि आईआईटी (बीएचयू) फाउंडेशन, एक यूएस बेस्ड ऑल वॉलंटियर, आईआईटी (बीएचयू) के पूर्व छात्रों का एक गैर-लाभकारी संस्था है।
इंजीनियरिंग के पूर्व छात्र डॉ राज यावतकर ने किया दान
डॉ. राज यावतकर ने कहा कि आईआईटी (बीएचयू) ने मुझे न केवल एक उत्कृष्ट इंजीनियरिंग पथ पर आगे बढ़ाया बल्कि कम उम्र में परिसर में आने वाले किसी व्यक्ति के लिए यह अनुभव वास्तव में परिवर्तनकारी था। संस्थान ने मुझे नेतृत्व, संचार और जोखिम लेने जैसे कई क्षेत्रों में आगे बढ़ने में मदद की। उन्होंने आगे कहा कि मैं छात्र शैक्षणिक केंद्र के निर्माण का सहयोग करने के लिए अति उत्साहित हूं जो छात्रों को नवीन अनुसंधान एवं विकास परियोजनाओं को आगे बढ़ाने में मदद करेगा। साथ ही उन्हें अपनी सांस्कृतिक प्रतिभा का प्रदर्शन करने और सहयोग पर केंद्रित एक सुदृढ़ संगठन बनाने के अवसर भी प्रदान करेगा।
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यावतकर ने अकादमिक अनुसंधान से शुरू किया था कैरियर
डॉ राज यावतकर ने इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग सन् 1980 में विश्वविद्यालय से की।उन्होंने इंटेल कॉर्प में एक उद्योग अनुसंधान पद पर नियुक्त होने से पहले अकादमिक अनुसंधान में अपना करियर शुरू किया, जहां उन्होंने नेटवर्किंग उद्योग में प्रोग्रामेबल नेटवर्क प्रोसेसर नामक एक पूरी तरह से नई उत्पाद श्रेणी बनाई।वीएमवेयर में एक सीनियर वी.पी. और फेलो के रूप में श्री राज ने हाइब्रिड क्लाउड के लिए एक नई दिशा का आविष्कार किया और फिर वीएम वेयर क्लाउड फाउंडेशन विकसित किया।