CM योगी ने शुरू किया मेगा वृक्षारोपण अभियान, 15 अगस्त तक 35 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को चित्रकूट जिले में पौधारोपण कर मेगा पौधरोपण अभियान की शुरूआत की. आगमी 15 अगस्त तक पूरे यूपी में करीब 35 करोड़ पौधे लगाए जाएंगे. जब ये बड़े हो जाएंगे तो ये पेड़ राज्य के लोगों को ऑक्सीजन देने के लिए पर्याप्त होंगे और साल 2030 तक कार्बन जब्ती लक्ष्य का 80 प्रतिशत भी पूरा करेंगे.
सीएम योगी अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर पौधा रोपते हुए एक फोटो पोस्ट की. ट्वीट में उन्होंने लिखा ‘भगवान कामतानाथ जी की कृपा भूमि जनपद चित्रकूट में आज पौधरोपण कर ‘वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम’ का शुभारंभ किया। ‘वृक्षारोपण जन आंदोलन-2022′ के अंतर्गत संचालित इस लोक-कल्याणकारी कार्यक्रम में सभी लोग सक्रिय सहभागिता कर पर्यावरण संरक्षण को समर्पित इस आंदोलन को सफल व सार्थक बनाएं।’
भगवान कामतानाथ जी की कृपा भूमि जनपद चित्रकूट में आज पौधरोपण कर 'वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम' का शुभारंभ किया।
'वृक्षारोपण जन आंदोलन-2022' के अंतर्गत संचालित इस लोक-कल्याणकारी कार्यक्रम में सभी लोग सक्रिय सहभागिता कर पर्यावरण संरक्षण को समर्पित इस आंदोलन को सफल व सार्थक बनाएं। pic.twitter.com/INaKFyZPU4
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) July 5, 2022
बता दें सीएम योगी ने चित्रकूट के कर्वी रेंज में, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री केपी मलिक ने लखनऊ के कुकरैल जंगल में एक पौधा लगाया. राज्य के मंत्री और सांसद इस अभियान में भाग लेंगे और 75 जिलों में से प्रत्येक में एक पौधा रोपेंगे.
यूपी ने इस वर्ष के वृक्षारोपण अभियान को 5 जुलाई से चार भागों में विभाजित किया है, जिसमें महिला सशक्तिकरण के लिए समर्पित ‘शक्ति वैन’ विकसित करने पर विशेष ध्यान दिया गया है. 75 जिलों में से प्रत्येक में शक्ति वैन स्थापित की जाएंगी. 5 जुलाई को कुल 25 करोड़ पौधे लगाए जाएंगे, अन्य 5 करोड़ पौधे (प्रत्येक दिन 2.5 करोड़) 6 जुलाई और 7 जुलाई को लगाए जाएंगे.
आजादी का अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में राज्य 15 अगस्त को 5 करोड़ और पौधे लगाएगा, जिसके तहत प्रत्येक ग्राम पंचायत में विशेष रूप से 75 पौधे लगाए जाएंगे. वन मंत्री अरुण के सक्सेना ने कहा कि एक बड़ा पेड़ 82,420 लीटर ऑक्सीजन प्रदान करता है, जबकि एक व्यक्ति को प्रति दिन 550 लीटर ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है. इन पौधों से उत्पन्न ऑक्सीजन, जब वे काफी बड़े हो जाएंगे, तो 14 करोड़ से अधिक लोगों की (ऑक्सीजन) जरूरतों को पूरा करेंगे.