पुलिस विभाग से वांटेड घोषित किये गये ये दो IPS अफसर, तलाश में जुटी कई टीमें; जानें पूरा मामला…
यूपी पुलिस पिछले कुछ दिनों से चर्चा में है, चाहे वो बिकरू कांड हो या फिर हाथरस कथित गैंगरेप मामला। आपने अक्सर सुना होगा कि अपराधी को वांटेड घोषित किया गया, लेकिन क्या आप जानते हैं कि उत्तर प्रदेश में दो सीनियर आईपीएस अफसरों ही अपने ही विभाग से वांटेड घोषित कर दिया गया है, जिनकी तलाश में पुलिस की टीमें लगी हुई हैं। वे अपराधियों की तरह छिपते फिर रहे हैं।
इन अफसरों को किया गया वांटेड घोषित
बता दें कि जिन अफसरों को वांटेड घोषित किया गया है, उनमें से डीआईजी पद पर तैनात रहे 2003 बैच के आईपीएस अरविन्द सेन और महोबा के एसपी रहे 2014 बैच के आईपीएस मणिलाल पाटीदार के नाम शामिल हैं, जो इस समय फरार चल रहे हैं।
गिरफ्तारी के लिए आईजी रेंज के स्तर से SIT तक गठित
गौरतलब है कि महोबा के एसपी रहे मणिलाल पाटीदार के खिलाफ 10 सितंबर को मुकदमा दर्ज किया गया था। उनके खिलाफ कुछ दिन बाद ही लखनऊ स्थित भ्रष्टाचार निवारण की अदालत ने वारंट जारी कर दिया। उनकी गिरफ्तारी के लिए आईजी रेंज के स्तर से SIT तक गठित की गई है। इसके अलावा महोबा की पुलिस टीमें उनकी गिरफ्तारी के लिए दिल्ली से लेकर राजस्थान तक दबिश दे रही हैं, लेकिन सफलता नहीं मिल पा रही है। इतना ही नहीं, उनका नाम क्रशर व्यापारी हत्याकांड में भी आ रहा है।
एसटीएफ की जांच में दोषी पाए गए थे आईपीएस अरविन्द
वहीं पूर्व आईपीएस अरविन्द पर पशुपालन विभाग में टेंडर के नाम पर ठगी और भ्रष्टाचार के मामले में लखनऊ के हजरतगंज थाने में 13 जून को मुकदमा दर्ज हुआ था। वह एसटीएफ की जांच में दोषी पाए गए थे। अग्रिम जमानत के लिए दायर उनकी अर्जी कोर्ट से निरस्त कर दी गई है। अब पुलिस की टीमें लखनऊ से लेकर फैजाबाद व अंबेडकरनगर तक उनकी तलाश कर रही हैं। बता दें कि अरविन्द फैजाबाद के रहने वाले हैं और पूर्व सांसद स्व. मित्रसेन यादव के पुत्र हैं।
यह भी पढ़ें: कोरोना से एक सीनियर IPS की हुई मौत, आईजी पद की संभाल रहे थे जिम्मेदारी
यह भी पढ़ें: प्रदेश में IPS और PPS अधिकारियों का हुआ तबादला, मिली बड़ी जिम्मेदारी
यह भी पढ़ें: नेशनल शूटर श्रेयसी सिंह भाजपा में शामिल, लड़ सकतीं हैं बिहार विधानसभा चुनाव