वाराणसी। कोरोना के खिलाफ जारी लड़ाई में पुलिसवालों को भी फ्रंटलाइन वॉरियर बताया जा रहा है। न सिर्फ मुस्तैदी से ड्यूटी कर रहे हैं, बल्कि गरीबों के लिए मददगार भी साबित हो रहे हैं। एक सच्चे देशभक्त की तरह पूर्वान्चल के 10 जिलों के पुलिसवालों ने एक महीने की सैलरी मुख्यमंत्री राहत कोष में दी है। इसकी कुल राशि दो करोड़ सत्तर लाख एक हजार पांच सौ चौरानबे रुपये है।
यह भी पढ़ें : लॉकडाउन में बीवी-बच्चों के साथ निकला था ससुराल घूमने, पुलिस बन गई ‘खलनायक’
डीजीपी ने की थी पुलिसकर्मियों से अपील
उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ने कोरोना आपदा से निपटने के लिए सरकार के सहयोग का एलान किया था। उन्होंने सभी राजपत्रित और अराजपत्रित पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों से अपने एक दिन की सैलरी राहत कोष में देने की अपील की थी। उनकी इस अपील का प्रभाव पड़ा है।एडिशनल डायरेक्टर जनरल (एडीजी) वाराणसी जोन कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार वाराणसी जोन के अंतर्गत आने वाले सभी दस जिलों की ओर से प्रत्येक पुलिसकर्मी द्वारा स्वेच्छा से अपने एक दिन का वेतन जमा किया गया है।
-जनपद वाराणसी से ₹39,48,700
-जनपद चन्दौली से ₹18,01,000
-जनपद गाजीपुर से ₹26,62,449
-जनपद जौनपुर से ₹43,81,013
-जनपद आजमगढ़ से ₹33,41,867
-जनपद मऊ से ₹20,00,000
-जनपद बलिया से ₹28,77,100
-जनपद मीरजापुर से ₹26,36,800
-जनपद सोनभद्र से ₹20,46,605
-जनपद भदोही से ₹12,60,400 की धनराशि सहयोग रुप में प्रदान की गई है।
यह भी पढ़ें: मोदी किट को लेकर वाराणसी में आपसी झड़प, पथराव में इंस्पेक्टर समेत कई पुलिसकर्मी घायल
गरीबों के लिए मददगार बने है वर्दीवाले
लॉकडाउन पीरियड में पुलिसवाले उन लोगों के लिए मददगार बने हुए हैं, जो बेसहारा हैं। कानून व्यवस्था को कायम रखने के साथ पुलिसवाले अपने-अपने क्षेत्र में गरीबों के लिए भोजन का भी प्रबंध कर रहे हैं। स्वयमसेवी संस्थाओं की मदद से पुलिसवाले दिन-रात मदद कर रहे हैं।
[better-ads type=”banner” banner=”104009″ campaign=”none” count=”2″ columns=”1″ orderby=”rand” order=”ASC” align=”center” show-caption=”1″][/better-ads]
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं। अगर आप हेलो एप्प इस्तेमाल करते हैं तो हमसे जुड़ें।)