निर्भया के दोषियों की फांसी पर UN ने कहा – नहीं होनी चाहिए सजा-ए-मौत

16 दिसंबर 2012 को हुए जघन्य अपराध के दोषियों को नई दिल्ली की तिहाड़ जेल में फांसी दे दी गई

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निर्भया सामूहिक बलात्कार और हत्याकांड के दोषियों को 21 मार्च को मौत की सजा दे दी गई। इसके बाद संयुक्त राष्ट्र ने फांसी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मौत की सजा का इस्तेमाल बंद होना चाहिए। Nirbhaya convicts hanging UN

16 दिसंबर 2012 को हुए जघन्य अपराध के दोषियों मुकेश सिंह (32), पवन गुप्ता (25), विनय शर्मा (26) और अक्षय कुमार सिंह (31) को नई दिल्ली की तिहाड़ जेल में शुक्रवार को फांसी दे दी गई।

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Nirbhaya convicts hanging UN : संयुक्त राष्ट्र की प्रतिक्रिया-

चारों दोषियों को फांसी देने के बाद संयुक्त राष्ट्र ने सभी देशों से मौत की सजा के इस्तेमाल को रोकने या इस पर प्रतिबंध लगाने की अपील की है।

फांसी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि वैश्विक संगठन सभी देशों से मौत की सजा का इस्तेमाल बंद करने या इस पर प्रतिबंध लगाने की अपील करता है।

दुजारिक ने कहा, ‘हमारा रुख स्पष्ट है कि हम सभी राष्ट्रों से मौत की सजा का इस्तेमाल बंद करने या इस पर प्रतिबंध लगाने का आह्वान करते हैं।’

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