हज करने पहुंचे 550 तीर्थयात्रियों ने तोड़ा दम, जानें क्यों हो रही हैं मौतें ?
हज करने के लिए मक्का पहुंच रहे तीर्थयात्रियों की मौत का सिलसिला रूकने का नाम नहीं ले रहा है. यह आंकड़ा अब 550 से भी ज्यादा हो गया है. मृत लोगों में ज्यादातर लोग मिस्त्र देश के बताए जा रहे हैं. वहीं इनमें कई सारे लोगों की मौत की वजह गर्मी बताई जा रही है. इस बात की जानकारी अरब के दो राजनयिकों ने न्यूज एजेंसी को दी है. इस जानकारी में उन्होंने बताया है कि, ” मिस्र देश के जितने भी तीर्थयात्रियों की मौत हुई है, उनमें से अधिकांश ने भीषण गर्मी के कारण दम तोड़ा.
हालांकि, एक की मौत भगदड़ के दौरान घायल होने के कारण हुई है. उन्होंने कहा है कि, मरने वालों में कम से कम 60 जॉर्डन देश के नागरिक भी शामिल हैं. इसके साथ ही मरने वाले तीर्थयात्रियों की कुल संख्या 577 हो गई है.”
जलवायु परिवर्तन की वजह से मर रहे हज यात्री
बता दें कि, मुस्लिम धर्म में हज इस्लाम के पांच स्तंभों में से एक माना गया है. यही वजह है कि, हर मुस्लिम जिंदगी में एक बार हज यात्रा पर जाने की इच्छा रखता है. बीते माह जारी की गयी रिपोर्ट के अनुसार, हज में हो रही मौत की वजह जलवायु परिवर्तन को बताया गया था. मुसलमानों के इस पवित्र शहर का तापमान हर 10 साल में 0.4 डिग्री सेल्सियस (0.72 डिग्री फारेनहाइट) बढ़ रहा है.
वहीं इसको लेकर सऊदी अरब के राष्ट्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने कहा है कि, ”सोमवार को मक्का की ग्रैंड मस्जिद में तापमान 51.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. सऊदी अधिकारियों ने गर्मी से परेशान 2000 से अधिक तीर्थयात्रियों के उपचार की बात कही है. आपको बता दें कि पिछले साल विभिन्न देशों के कम से कम 240 तीर्थयात्रियों के मरने की खबर सामने आई थी जिसमें सबसे अधिक इंडोनेशियाई नागरिकों की जान गई थी.”
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गर्मी से बेहाल है हज यात्री
इन दिनों तीर्थयात्रियों को अक्सर मक्का के बाहर मीना में सिर पर पानी की बोतलें उड़ेलते हुए देखा जाता है. तीर्थयात्रियों को ठंडा करने के लिए ठंडी पेय और तेजी से पिघलने वाली चॉकलेट आइसक्रीम स्वयंसेवक देते हैं. तीर्थयात्रियों को सऊदी अधिकारियों ने छाते का उपयोग करने पर्याप्त मात्रा में पानी पीने और दिन के सबसे गर्म समय में धूप में निकलने से बचने की सलाह दी है. सऊदी अधिकारियों ने बताया कि, इस साल हज में लगभग 18 लाख तीर्थयात्रियों ने भाग लिया, इनमें से 16 लाख बाहर के देशों से आए थे.
हज यात्री की व्यवस्था देख रहे अधिकारी ने बताया है कि, ”अनियमित तीर्थयात्रियों ने मिस्र देश के तीर्थयात्रियों के शिविरों में बहुत अराजकता पैदा की, जिससे वहां सेवाएं ठप हो गईं. तीर्थयात्री लंबे समय तक बिना भोजन, पानी और एयर कंडीशनिंग के रह रहे हैं. उनकी मौत गर्मी से इसलिए हो रही है क्योंकि ज्यादातर लोगों के पास शरण लेने के लिए कोई जगह नहीं थी.”