साढे तीन लाख में बिका ‘कुली’ का बिल्ला नंबर 93

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कुली फिल्म का बिल्ला नंबर 786 तो आपको याद ही होगा। फिल्म में वह हीरो के लिए कितना लकी होता है, ये  भी आप जानते है। उसी तरह रेलवे  में  भी कई कुलियों  के बिल्ले किसी न किसी कारण से लकी माने जाते है। ऐसे में उन बिल्लों को हथियाने के लिए अब नीलामी का खेल सामने आया है, जिसके तहत एक बिल्ले को साढ़े तीन लाख रूपये में बेचा गया है। और ये सब हो रहा है रेलवे की अनुमति के बगैर।

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डेढ़ लाख रूपये मिले और पचास हजार  रूपये बाबू ने खा लिये

दरअसल, कई महीने पहले कुली पूरनलाल की मौत हो गई। पूरनलाल का बेटा विकलांग है। पत्नि ने कुली का काम करने को मना कर दिया। ऐसे में बिल्ला रेलवे को सरेंडर नहीं किया गया। बल्कि बरेली  जंक्शन के एक बाबू  ने सल्लू नाम के एक व्यक्ति को बिल्ला नंबर 93 दो लाख में दिलवा दिया। पूरनलाल के परिवार को डेढ़ लाख रूपये मिले और पचास हजार  रूपये बाबू ने खा लिये। इसके  अलावा डेढ़ लाख रूपये बिल्ला संबधी कागजी कार्रवाई पूरी कराने के नाम पर लिये गए।

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बाबू ने कई कुलियों के बिल्ले बेचने पर किया खेल

बताया जा कहा है कि यह बिल्ला बड़ा ही लकी है। पूरनलाल जब भी इसे बांह पर बांध कर स्टेशन पर निकलता था तो खाली हाथ घर नहीं जाता था। ऐसे में जब कुलियों में बिल्ला के खेल का खुलासा हुआ तो अधिकारियों तक बात पहुंच गई।

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मामले की गोपनीय जांच चल रहीं है। अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं है। सूत्रों का कहना है कि बाबू ने मरने वाले कई कुलियों के बिल्ले बेचने में खेल किया है। इससे रेलवे को क्षति हुई है। जांच पूरी होने के बाद बाबू समेत कई पर बड़ी कार्रवाई होगी।

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