#गौशाला में देखभाल के अभाव में दम तोड़ रही हैं गाय
आए दिन सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंच से गौ माता की रक्षा और संरक्षण को लेकर भाषण देते रहते है। उन्ही की नाक के नीचे देखभाल के अभाव में गाय और बछड़ों की मौते हो रही है।
एक तरफ योगी सरकार गाय को संरक्षण के लिए सख्ती बरत रहे हैं, कुछ जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा बेजुबान गायों को अपनी जान गवां पर भुगतना पड़ा रहा है। दरअसल बाराबंकी में गौशाला में कड़ाके की ठंड के चपेट में आने से गाय व छोटे बछड़ों की प्रतिदिन मौत हो रही है।
योगी सरकार के अल्टीमेटम के बाद भी गाय संरक्षण केंद्रो की लापरवाही का मामला सामने आया है। बाराबंकी के गाय संरक्षण केंद्र पर देखभाल के अभाव में गाय की मौत हो रही है।
बाराबंकी के गाय संरक्षण के नाम पर चार दीवारी तो खड़ी कर दी गई लेकिन न तो सर पर छत है और न ही ठंड से बचने का कोई साधन है। इसका नतीजा रोज ही देखभाल के अभाव में गायों की मौत हो रही है।
मामला बाराबंकी जनपद के तहसील हैदरगढ़ अंतर्गत जमीन हुसैनाबाद गांव में बनाए जा रहे गाय संरक्षण केंद्र का है। जहां अभी तक सिर्फ गौशाला केंद्र के नाम पर चारदीवारी खड़ी कर दी है। कड़ाके ठंड में खुले आसमान के नीचे छोड़ दिया है। न खाने की व्यवस्था है और नही सिर पर छत है। न तो जानवरों के लिए चारा की कोई व्यवस्था है और ना ही पीने के लिए पानी हैं।
चारे के नाम पर मिल रहा है सूखा पैरा
संरक्षण केंद्र की ये हालत है कि खाने के लिए चारे तक का इंतजाम नही हैं। गायों को यहां खाने के लिए सिर्फ सूखा पैरा दिया जा रहा है। चारा के नाम पर सिर्फ सूखा पैरा दिया जाता है। ऊपर से खुले आसमान के नीचे रहने से ठंड की चपेट में गायों की लगातार मौत हो रही है। जिस पर बोलने से साफ तौर पर कोई तैयार नहीं है।
मीडिया से बातचीत से कतरा रहे जिम्मेदार
वहीं जब इस संबंध में जिम्मेदारों से हमारे संवाददाता ने संपर्क करना चाहा तो किसी का फोन नहीं उठा और जो मिला भी वह बातचीत से मुकर गया और गौ संरक्षण केंद्र में गायों की मौत को लेकर अलग ही बयान दे डाला कहा कि यहां किसी भी गाय की मौत नहीं हुई है।
ग्राम प्रधान ने उलटा प्रशासन पर उठा दिए सवाल
वहीं जब गौशाला संरक्षण केंद्र की देखभाल की जिम्मेदारी मे लगे ग्राम प्रधान से बात की गई तो उन्होंने प्रशासन पर ही सवाल उठा दिया।
स्थानीय का कहना है कि…
वहीं जब इस संबंध में स्थानीय निवासी संदीप से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया यहां प्रतिदिन गायों की मौत हो रही है और यहां ना चारा की व्यवस्था है ना पशुओं के पानी के लिए पानी की वहीं खुले आसमान के नीचे होने से ठंड के चपेट में आने से गायों की मौत हो रही है।
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