यूपी का ऐसा गांव जहां…शादी करने से भी कतराते हैं लोग

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आजादी की लड़ाई में जिस गांव में फारवर्ड ब्लाक की स्थापना करके नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने युवाओं में जोश भरा था, अाज उसी गांव के लोग तिल तिलकर मरने को मजबूर हैं। ढाई सौ की आबादी वाले इस गांव में डेढ सौ दिव्यांग हैं। गांव में फ्लोराइड युक्त जहरीला पानी इस कदर काल बन चुका है कि अब तक दो दर्जन लोगों की समय से पहले मौत हो चुकी है। जो बचे हैं वह भी चलने-फिरने में लाचार हैं।

जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर हसनगंज तहसील के मकुर गांव के मार्क्स नगर कस्बे के लोगों की जिंदगी प्रशासनिक उदासीनता की वजह से किसी तरह से घिसट रही है। एक राज्यपाल अौर चार विधायक इस गांव से चुनकर सत्ता के गलियारे तक पहुंचे फिर भी गांव शुद्ध पेयजल के लिए तरस रहा है।

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गांव में दो साल से शहनाई नहीं बजी है। पानी की एेसी दशत है कि लोग अपनी बेटियों की शादी इस गांव मेें करने से कतराते हैं। गांव की स्थिति सुधारने में प्रशासन और मेडिकल साइंस भी पूरी तरह से फेल है। यहां का हर आदमी टेढ़ा-मेढ़ा और कमजोर दिखाई देता है।

नेताजी ने बसाया था मार्क्स नगर

मार्क्स नगर की स्थापना सुभाष चंद्र बोस ने 17 मई 1938 को की थी । तीन दिन तक प्रांतीय सम्मेलन किया जिसमें 50 हजार युवा जुटे। सम्मेलन में फारवर्ड ब्लाक की स्थापना की थी। स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई में युवाओं में जोश भरा था।

50 में ही 90 की उम्र जैसे दिखने लगते हैं

गांव में लगभग 30 घर हैं और लगभग ढाई सौ की आबादी है ।हर आदमी के 20 साल बाद पैर टेढ़े होने लगते हैं । ज्यादातर महिलाओं की 30 साल के बाद कमर झुकने लगती है। 50 साल तक पहुंचते-पहुंचते यह सभी महिला पुरुष इतने बूढ़े हो जाते हैं कि देखने में 90 साल के लगते हैं ।

सरकार और प्रशासन ने नहीं दिया ध्यान

जल निगम ने राजीव गांधी मकूर मलाव पेयजल समूह योजना के अंतर्गत गांव से 5 किलोमीटर दूर एक पानी की टंकी की स्थापना की थी। करीब दो साल पानी की सप्लाई हुई। पिछले 2 साल से मार्स नगर और मकूर गांव के अंदर पानी नहीं पहुंच रहा है।
पूर्व राज्यपाल और तीन विधायक दिए

गांव के सजीवनलाल चुनाव जीतकर 1957 में विधायक बने। 1967 महिपाल सिंह शास्त्री को एमएलसी बने। 1977 मे पुरवा विधान सभा से चन्द्रभूषण सिंह यादव, हडहा विधानसभा से हेमराज लोधी महोना से महिपाल सिंह शास्त्री चुनाव जीतकर विधायक बने । बीपी सिंह सरकार में महिपाल सिंह शास्त्री को गुजरात का राज्यपाल बनाया गया था।

हिंदुस्तान

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