ताइवान के नए राष्ट्रपति बनेंगे विलियम लाई, चीन के हैं कट्टर विरोधी

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ताइवान के आम चुनावों में सत्तारूढ़ पार्टी, डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (DPP) ने चुनाव जीत लिया है. उसके नेता लाई चिंग-ते अगले राष्ट्रपति होंगे. ताइवान की मुख्य विपक्षी पार्टी कुओमितांग (KMT) के उम्मीदवार होउ यू-इह को हार का सामना करना पड़ा है. वहीं ताइवान की ह्सियाओ बी-खिम अगली उप-राष्ट्रपति होंगी. ह्सियाओ बी-खिम अमेरिका में ताइवान की राजदूत रह चुकी हैं.

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अमेरिका-चीन की रही खासी नजर

ताइवान के इस चुनाव पर दुनिया की दो महाशक्तियों- चीन और अमेरिका की खास नजर थी. राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल करने वाली DPP विरोधी स्टैंड के लिए जानी जाती है और वह ताइवान की अलग पहचान की वकालत करती है. राष्ट्रपति बनने जा रहे लाई चिंग-ते को चीन ने ’ट्रबलमेकर’ की उपाधि दिया जा चुका है.
विलियम लाई को चीन का कट्टर आलोचक माना जाता है. वह राष्ट्रपति त्साई की तुलना में चीन को लेकर अधिक कठोर हैं.

19.5 मिलियन लोगों ने विलियम लाई को चुना राष्ट्रपति

ताइवान के केंद्रीय चुनाव आयोग के अनुसार, लाई चिंग-ते या विलियम लाई 43.16 प्रतिशत वोटों की बढ़त के साथ आगे चल रहे हैं. होउ यू-इह 33.87 प्रतिशत वोटों के साथ दूसरे और को वेन-जे 23.07 प्रतिशत वोटों के साथ तीसरे स्थान पर हैं. ताइवान में राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग सुबह 8 बजे शुरू हुई थी, जो शाम को चार बजे तक चली. इस दौरान लगभग 19.5 मिलियन मतदाताओं ने अपना वोट दिया. ताइवान में हर चार साल में राष्ट्रपति का चुनाव होता है. ताइवान में कोई भी राष्ट्रपति दो कार्यकाल से ज्यादा इस पद पर नहीं रह सकता. इस कारण राष्ट्रपति त्साई इन वेंग ने इस बार का चुनाव में बतौर उम्मीदवार हिस्सा नहीं लिया है.

युवा वोटरों में हैं काफी मशहूर

 

लाई खुद को “ताइवान की स्वतंत्रता के लिए व्यावहारिक कार्यकर्ता“ बताते हैं. वैसे वह एक पूर्व चिकित्सक हैं. वह संयुक्त राज्य अमेरिका और अन्य उदार लोकतंत्रों के साथ संबंधों को मजबूत करने के पक्षधर हैं. ताइपे काउंटी में जन्मे लाई ने ताइपे के विश्वविद्यालयों में पुनर्वास और सार्वजनिक स्वास्थ्य का अध्ययन किया है. उन्होंने 2003 में हार्वर्ड विश्वविद्यालय से मास्टर डिग्री प्राप्त की है. नेशनल फिजिशियन सपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष के रूप में सेवा करने के बाद, लाई ने 1996 के विधायी युआन चुनाव में भाग लिया और जीत हासिल की. 2010 में ताइनान के मेयर पद का कार्यभार संभाला.
विलियम लाई ताइवान के युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय हैं. इसका प्रमुख कारण ताइवान की स्वतंत्रता के पक्ष में उनकी नीतियां हैं. वह लोकतंत्र और स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों के प्रति उतनी ही मजबूती से प्रतिबद्धता प्रदर्शित करते हैं, जैसा चीन में नहीं होता है. युवा मतदाताओं ने उन्हें चुनाव जीताने में महत्वपर्ण भूमिका अदा की है.

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