कोल्हापुर में औरंगजेब के पोस्टर पर क्यों हुआ हंगामा, जाने विवाद की पूरी कहानी….

0

मध्यकालीन इतिहास के जिस एक चरित्र पर सबसे ज्यादा विवाद रहा है, वह नाम है औरंगजेब. आलमगीर की उपाधि रखने वाला वही औरंगजेब, जिसकी धर्मांधता बहस का मुद्दा बनती रही है. हिंदूवादी संगठनों से लेकर सियासी दल औरंगजेब के इतिहास से जुड़े अध्याय पर तलवारें भांजते रहे हैं. हिंदुस्तान पर राज करने वाले इस छठे मुगल शासक और मराठा योद्धा छत्रपति शिवाजी महाराज की अदावत इतिहास में दर्ज है. उन्हीं शिवाजी की धरती कोल्हापुर में औरंगजेब पर एक नया विवाद शुरू हो गया है. आइए समझते हैं इतिहास की अदावत और वर्तमान घटना को।

कैसे हुई हिंसा…

कोल्हापुर. महाराष्ट्र के दक्षिणी भाग में पंचगंगा नदी के तट पर बसा एक ज़िला. मुंबई से दक्षिण में 373 किमी और पुणे से दक्षिण में 228 किमी की दूरी पर स्थित है. आम बोलचाल में कोल्हापुर का जिक्र, यहां बनने वाले चप्पलों की वजह से आता है. अब यहां हुआ ये कि 6 जून को यहां 2 नाबालिग युवकों ने औरंगजेब की तारीफ़ वाला इंस्टाग्राम स्टेटस शेयर किया था. स्टेटस वायरल हो गया और इस पर हिंदूवादी संगठनों ने आपत्ति जताई. जिसके बाद पुलिस ने स्टेटस लगाने वाले युवकों के ख़िलाफ़ FIR दर्ज कर ली. अगले दिन यानी 7 जून को हिंदूवादी संगठनों ने कोल्हापुर बंद का ऐलान किया. आज सुबह 10 बजे के करीब हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता छत्रपति शिवाजी महाराज चौक पर इकट्ठा हुए. इन लोगों की मांग थी कि औरंगजेब की तारीफ में स्टेटस लगाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.

स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, कुछ कार्यकर्ताओं ने पत्थरबाजी और तोड़फोड़ शुरू कर दी. कई दुकानों और वाहनों में तोड़फोड़ की गई. जिसके बाद पुलिस ने हालात को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े. फिलहाल  मौके पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात है. शांति बनाए रखने के लिए पुलिस की टीमें गश्त कर रही हैं. कोल्हापुर के एसपी महेंद्र पंडित ने बताया कि अब तक 20 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है जबकि 6 को गिरफ्तार किया गया है. उपद्रवियों पर दंगा, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, सरकारी कर्मचारी पर हमले की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. हालात अब नियंत्रण में है. ऐसा पुलिस कप्तान का कहना है।

अहमदनगर में भी औरंगजेब के लहराए थे पोस्टर… 

बता दे कि कोल्हापुर में औरंगजेब को लेकर शुरू हुआ विवाद पहला नहीं था. इससे पहले अहमदनगर में एक जुलूस के दौरान औरंगजेब को पोस्टर लहराए गए थे. जिसके खिलाफ एक्शन लेते हुए पुलिस ने बताया था. कि इन लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत एक समुदाय को दूसरे समुदाय के खिलाफ अपराध करने के लिए उकसाने, धार्मिक भावनाओं को आहत करने और अन्य अपराधों के लिए केस दर्ज किया गया है।

सीएम शिंदे ने की शांति बनाए रखने की अपील …

इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा. कि राज्य में शांति बनाए रखने का जिम्मेदारी सरकार की है. गृह विभाग और गृहमंत्री आधिकारियों के साथ संपर्क में है. मैं भी अधिकारियों के संपर्क में हू. और मामले पर नजर बनाए रखे है. सभी को सहयोग करने की जरूरत है. कोई भी कायदा हाथ में न ले. जो लेगा उसके खिलाफ कार्यवाही होगी. राज्य में शांति रहे और आनंद रहे. इसके लिए सभी को सहयोग करने की अवश्यकता है।

विपक्षी दलों ने घटना पर दी प्रतिक्रिया…

तो वही विपक्षी दलों की ओर से भी इस घटना पर प्रतिक्रिया आई. एनसीपी की राज्य इकाई के अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा, ” कि राज्य सरकार को कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए उचित कदम उठाने चाहिए. तो वहीं शिवसेना (उद्धव गुट) ने कहा, कि राज्य सरकार दावे तो बड़े-बड़े करती है. लेकिन इस तरह की घटनाओं के सामने आने पर सख्त कार्रवाई करने में विफल रहती है. राजनीतिक बयानबाजी शुरू हुई तो पुलिस ने 4 लोगों के खिलाफ एक समुदाय को दूसरे समुदाय के खिलाफ अपराध के लिए उकसाने, धार्मिक भावनाओं को आहत करने की धाराओं में केस दर्ज किया. और आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया।

सुप्रिया सुले ने गृह मंत्री पर साधा निशाना…

वही इस घटना को लेकर एनसीपी सुप्रिया सुले ने गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि यह  महाराष्ट्र में कानून और व्यावस्था की स्थिति की विफलता है. गृग मंत्रालय हालात सभांलने में नाकाम रहा है. हाल ही हमने पूरे राज्य में सांप्रदायिक अशांति देखी है. ऐसे में आप विकास और निवेशकों के महाराष्ट्र में आने की उम्मीद कैसे कर सकते हैं।

डिप्टी सीएम ने दोषियों पर कार्रवाई के दिए निर्देश…

इस पूरे मामले को लेकर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा. कि औरंगजेब की तारीफ करने वालों के लिए राज्य में कोई माफी नहीं है. पुलिस भी कार्रवाई कर रही है. साथ ही यह हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है कि लोग भी शांति बनाए रखें, कही भी कोई अप्रिय घटना नहीं होगी. देवेंद्र फडणवीस ने गृह विभाग को दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।

औरंगजेब के स्टेटस बर्दाश्त नहीं…

 बीजेपी विधायक नितेश राणे ने कहा. कि शिवाजी महाराज के महाराष्ट्र में अगर कोई औरंगजेब का स्टेटस रखेगा. महिमामंडन करेगा तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. ये हमारे राज्य में सहन नहीं किया जाएगा. शिवाजी महाराज की अस्मिता और हिंदू समाज के संरक्षण के लिए अगर हमें कल तलवार भी हाथ में लेना पड़े तो हम तैयार हैं।

read also- बस्ती में 14 वर्षीय बच्ची से सामूहिक दुष्कर्म करने के आरोप में भाजपा नेता कुंदन सिंह गिरफ्तार

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More