क्यों इंडोनेशिया में धधकते ज्वालामुखी में छलांग लगा देते है श्रद्धालु

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दुनियाभर में कई तरह के त्योहार कई तरह से मनाया जाता है. लेकिन क्या आप जानते है एक देश ऐसा भी हैं जहां ऐसा पर्व मनाया जाता है जहां लोग अपने आप को ज्वालामुखी को समर्पित कर देते है, जी हां- इंडोनेशिया में एक ऐसा त्योहार मनाया जाता है जिसमे हिन्दू श्रद्धालु दहकते हुए ज्वालामुखी में छलांग लगा देते है, लोगों का इस तरह से करना कई बार उनपर भारी पड़ा है, लेकिन अब उनकी आस्था ऐसी है कि हर साल हजारों की संख्या में लोग ज्वालामुखी तक पहुंच जाते हैं.

इंडोनेशिया में मनाया जाता है यह पर्व…

इस त्योहार को इंडोनेशिया में मनाया जाता है, जोकि यद्नन्या कसादा के नाम से प्रसिद्ध है, जिसे हिन्दू समुदाय के लोग मानते हैं. हर साल जून के शुरुआती सप्ताह में ये पर्व मनाया जाता है. इसमें हजारों लोग जावा प्रांत के प्रोबोलिंगो में धधकते ज्वालामुखी के क्रेटर पर इकट्ठे होते हैं. यह ज्वालामुखी 7,641 फीट ऊंचा है.

कैसे मनाया जाता है यह पर्व…

यद्नन्या कसादा पर्व को हिन्दू चंद्र कैलेंडर के हिसाब से कसादा माह की 14 वीं तारीख को मनाया जाता है. जोकि पुरे 14 दिन का होता है. ऐसा कहा जाता है कि टेंगरेंस समुदाय इंडोनेशिया में हिंदू साम्राज्य के राजा रहे राजा मजापहित के वंशज हैं, यहां मान्यता है कि महापहित के वंशज ब्रोमो पर्वत के ऊंचे इलाके में रहते थे जहां अब ज्वालामुखी है. टेंगरेंस समुदाय के लोग यहां पूजन इसलिए करते हैं ताकि ईश्वर प्रसन्न हों और किसी तरह की आपदा न आए.

प्रसाद चढाने के बाद लगा देते है ज्वालामुखी में छलांग…

इस पर्व के दिन हजारो हिन्दू समुदाय के लोग ज्वालामुखी तक पहुंचते हैं. यह अपने साथ प्रसाद भी लाते है. इस प्रसाद में फसल, अनाज, फल, सब्जी या कोई पशु होता है. इस प्रसाद को ज्वालामुखी में फेंका जाता है. टेंगरेंस समुदाय के लोग ऐसा मानते हैं कि वह प्रसाद चढ़ाकर ईश्वर के प्रति आभार व्यक्त कर रहे हैं. ज्वालामुखी के गड्ढे में प्रसाद फेंकने के बाद कई लोग इस गड्ढे में कूद जाते हैं, इनमें होड़ रहती है कि वह प्रसाद का कुछ हिस्सा वापस ला सकें. लोगों का मानना है कि यदि वह ऐसा कर लेते हैं तो उन पर ईश्वर की विशेष कृपा रहती है. हालांकि कई बार ऐसा करना खतरे का कारण भी बन जाता है.

ज्वालामुखी पर खड़े लोग यहां गड्ढे में फेंके गए प्रसाद को पकड़ने की भी कोशिश करते हैं, इसे भी सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है, बता दें कि इंडोनेशिया ऐसा देश है जहां सबसे ज्यादा ज्वालामुखी हैं. कई बार ये बड़े हादसों का कारण भी बन चुके हैं.

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